जोधपुर . बजरी खनन पर रोक का प्रभाव गरीब मजदूरों पर स्पष्ट नजर आने लगा है। कमठा मजदूर, बजरी के ट्रक भरने का कार्य करने वाले व इस काम से जुड़े हजारों लोग इन दिनों बेरोजगारी की स्थिति से गुजर रहे हैं। उनका कहना है कि अब हालत ये हैं कि बजरी खनन बंद होने के बाद भवन निर्माण कार्य भी कई जगह बंद हो गए हैं। इसलिए उनको वहां भी रोजगार मिलता नजर नहीं रहा है। एेसे में जब पत्रिका रिपोट्र्स ने जोधपुर के मजदूरों से उनके हाल जाने तो उनके सब्र का बांध टूट गया और सरकार के प्रति रोष सड़क पर ही उबल पड़ा। शहर के रातानाडा, सांगरिया, प्रथम पुलिया, १२वीं रोड, आखलिया, झालामण्ड, महामंदिर, सूरसागर सहित कई चौराहें पर सुबह होते ही मजदूरों की कतार काम की तलाश में लगे जाती है। पूरे दिन इंतजार के बाद भी काम नहीं मिलता। वीडियो में देखें मजदूर महिलाएं किस प्रकार सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रही हैं। वीडियो क्रेडिट : मनोज सैन