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जोधपुर

मौजूद है बाढ़ के निशां…फिर भी नहीं ले रहे सबक

  लोहावट क्षेत्र में पिछले साल खेतों में फसलें, रेलवे ट्रेक, सड़कें बही, घर भी ढह गए थे

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जोधपुर/लोहावट . लोहावट उपखंड क्षेत्र में पिछले साल हुई भारी बारिश से कई गांवों में विकट हालात बने तथा कई मोहल्ले जलमग्न हो गए थे। अब अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान से जोधपुर जिले में भी प्रशासन ने अलर्ट जारी किया तथा साथ ही आगामी दिनों में मानसून भी सक्रिय हो जाएगा, लेकिन गत साल में हुई भारी बरसात से बनी पानी निकासी सहित अन्य समस्याओं को करीब एक साल बाद भी कोई स्थाई समाधान नहीं निकला। इससे ग्रामीणों को भारी बारिश होने की स्थिति में फिर से मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। एक साल के दरम्यान ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों से पानी निकासी की स्थाई समाधान की गुहार लगाई, लेकिन फिलहाल इंतजार बना हुआ है।

विश्नावास में पानी निकासी का नहीं हुआ स्थाई समाधान

लोहावट विश्नावास कस्बे में संगीत कॉलोनी, पटवार भवन, पुलिस थाना, उप जिला अस्पताल, जलदाय विभाग, नई सडक़ सहित आस-पास के मोहल्लों में गत साल भारी बारिश से हालात बिगड़ गए तथा कॉलोनी में करीब दस दिनों तक पानी जमा रहने से लोगों को अन्यत्र शरण लेनी पड़ी थी। इनमें कई लोगों के मकान भी ढहने तथा घरों में पानी घुसने से नुकसान पहुंचा था। उस समय धोरों की तरफ बाढ़ के पानी की अस्थाई निकासी करवाई गई थी।

यहां पर आज भी सडक़ टूटी व पास में गड्डे

लोहावट जाटावास ग्राम पंचायत क्षेत्र के करणीनगर में जाने वाली सड़क करीब दो किलोमीटर क्षेत्र में बाढ़ से बह गई थी तथा उसके पास बड़े-बड़े गड्डे बने हुए है। आज भी वहां पर ज्यों की त्यों स्थिति बनी हुई है। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सडक़ की कोई सुध नहीं ली। सडक़ बहने के स्थान पर मात्र ग्रेवल डाल दी गई। सडक़ के पास गहरे गड्ढों को भी नहीं पाटा गया। वहीं रुपाणा-जैताणा में क्षतिग्रस्त सडक़ की अब तक मरम्मत नहीं की गई है।

बह गई थी फसलें एवं हुआ नुकसान

लोहावट क्षेत्र में पिछले साल आई बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा था। लोहावट के रुपाणा-जैताणा, जाटावास, विष्णुनगर, मूलराज, जंभेश्वरनगर, चन्द्रनगर, भजननगर, विश्नावास, मगरा, पश्चिमी ढाणी, दयाकोर, सदरी, जालोड़ा, जांगूबाना की ढाणी, चिकनीनाड़ी, सहित आस-पास के कई गांवों में नदी बहने से फसलें पानी में बह गई थी।

इनका कहना है

चक्रवात तूफान के मद्देनजर मुख्य स्थानों का मौका देख लिया गया है। प्रशासन की टीम को एक्टिव कर दिया गया है। कोई भी समस्या होने पर तत्काल समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।

मीनू वर्मा उपखंड अधिकारी, लोहावट