खरगोन. पत्रिका के अमृतम् जलम् अभियान के तहत कुंदा का सफाई अभियान 7 मई से शुरू हुआ जो अनवरत जारी है। अभियान से प्रेरित होकर जिला प्रशासन भी इस काम में सहभागी बना है। प्रशासन ने यहां मुख्यमंत्री शहरी स्वच्छता संकल्प महाअभियान के तहत लगातार सफाई अभियान छेड़ा। 11वें दिन बुधवार को श्रमदान के साथ यहां मशीनें भी चली। 28 टन जलकुंभी नदी से बाहर की गई।
बुधवार को श्रम विभाग, खनिज विभाग के स्टॉफ ने श्रमदान किया। इसके अलावा पहली बार कोई संगठन बड़ी संख्या में नदी सफाई के लिए नदी में उतरा। यहां तकरीबन 100 लोगों में विभाग के अमले के अलावा मशीनरी, रेत ठेकेदार और रेत व्यापारी संघ ने श्रमदान किया। 8 जेसीबी, 7 ट्रेक्टर, 6 डंपर नदी में उतरे। 5 जेसीबी गहरीकरण में 9 बजे के बाद भी शाम तक कार्य करती रही। रेत व्यापारी संघ का नेतृत्व करते हुए खनिज अधिकारी सावन चौहान ने बताया संघ के साथ एक अलग कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं। जो आगामी समय में अमल में लाया जा सकता है। श्रमदान में खनिज निरीक्षक रीना पाठक, आरती गीते, नीतू तावड़े, प्रभारी श्रम अधिकारी मनोज डुडवे, निरीक्षक सुदीप अलावा, ठेकेदारों में समृद्ध मुच्छाल, अमित भावसार, बंटी मैना, आशोक मैना, शुभम जायसवाल, मनोज राठौड़, आशीष जायसवाल, सुमेर, मदन चौहान, गोटू गौड़, ईश्वर माली, हेमंत गुप्ता, इमरान भुट्टो, दीपक उपाध्याय आदि मौजूद थे।
अभियान के दौरान बुधवार को यहां 28 टन जलकुंभी और 3 टन सूखा कचरा निकाला गया। नपा स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश चित्ते ने बताया 7 मई से 16 मई तक जलकुंभी व गीला कचरा 10.46 टन और सूखा कचरा 0.909 टन निकाला गया। नदी में जेसीबी के उतरने के बाद नजारा युद्धस्तअमृतम् जलम् अभियान
श्रमदान कर कुंदा नदी से 28 टन जलकुंभी निकाली
कुंदा नदी की सफाई में सामाजिक संगठन आगे आए, युद्ध स्तर पर की सफाई
खरगोन. पत्रिका के अमृतम् जलम् अभियान के तहत कुंदा का सफाई अभियान 7 मई से शुरू हुआ जो अनवरत जारी है। अभियान से प्रेरित होकर जिला प्रशासन भी इस काम में सहभागी बना है। प्रशासन ने यहां मुख्यमंत्री शहरी स्वच्छता संकल्प महाअभियान के तहत लगातार सफाई अभियान छेड़ा। 11वें दिन बुधवार को श्रमदान के साथ यहां मशीनें भी चली। 28 टन जलकुंभी नदी से बाहर की गई।
बुधवार को श्रम विभाग, खनिज विभाग के स्टॉफ ने श्रमदान किया। इसके अलावा पहली बार कोई संगठन बड़ी संख्या में नदी सफाई के लिए नदी में उतरा। यहां तकरीबन 100 लोगों में विभाग के अमले के अलावा मशीनरी, रेत ठेकेदार और रेत व्यापारी संघ ने श्रमदान किया। 8 जेसीबी, 7 ट्रेक्टर, 6 डंपर नदी में उतरे। 5 जेसीबी गहरीकरण में 9 बजे के बाद भी शाम तक कार्य करती रही। रेत व्यापारी संघ का नेतृत्व करते हुए खनिज अधिकारी सावन चौहान ने बताया संघ के साथ एक अलग कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं। जो आगामी समय में अमल में लाया जा सकता है। श्रमदान में खनिज निरीक्षक रीना पाठक, आरती गीते, नीतू तावड़े, प्रभारी श्रम अधिकारी मनोज डुडवे, निरीक्षक सुदीप अलावा, ठेकेदारों में समृद्ध मुच्छाल, अमित भावसार, बंटी मैना, आशोक मैना, शुभम जायसवाल, मनोज राठौड़, आशीष जायसवाल, सुमेर, मदन चौहान, गोटू गौड़, ईश्वर माली, हेमंत गुप्ता, इमरान भुट्टो, दीपक उपाध्याय आदि मौजूद थे।
अभियान के दौरान बुधवार को यहां 28 टन जलकुंभी और 3 टन सूखा कचरा निकाला गया। नपा स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश चित्ते ने बताया 7 मई से 16 मई तक जलकुंभी व गीला कचरा 10.46 टन और सूखा कचरा 0.909 टन निकाला गया। नदी में जेसीबी के उतरने के बाद नजारा युद्धस्तर पर हो रही सफाई से लगा।