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अंधेमोड़ पर यात्री बस ने किया ओवरटेक, आयशर से भिड़ी, एक की मौत, 18 घायल

आयशर चालक ने घटना स्थल पर तोड़ा दम

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बुरहानपुर. इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर असीर और नेपा फाटे के बीच अंधे मोड़ पर ओवर स्पीड के कारण बस और आयशर की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में आयशर चालक ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया। बस में सवार चालक, परिचालक सहित 18 यात्री घायल हो गए। हाइवे पर हादसे के बाद चीख-पुकार मची तो लोग बचाने दौड़े। पुलिस एवं राहगीरों की मदद से जिला अस्पताल रवाना किया गया। घटना मंगलवार दोपहर 1:30 बजे की है। इंदौर से बुरहानपुर आ रही यात्री बस एमपी 09 एफए 7109 और सीमेंट के बड़े पाइप लेकर खंडवा की तरफ जा रहे आयशर वाहन एमएच 19 जेड 3358 की नेपानगर फाटे के आगे अंधे मोड़ पर टकरा गई। बस सीधे आयशर से टकराने पर आयशर चालक शराफत अली पिता अजगर निवासी चापोरा की मौत हो गई। बस में सवार चालक, परिचाालक सहित बुरहानपुर- आकोला के 18 यात्री घायल हो गए। 8 गंभीर घायलों को पुलिस वाहन से जिला अस्पताल रवाना किया गया। लोगों की मदद से बस में सवार यात्रियों को निकाल कर दूसरी बस एवं अन्य वाहनों से सुरक्षित भेजा गया।
स्पीड में ओवरटेक, मोड हादसे का कारण पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि बस ने ओवरटेक करते समय आयशर को टक्कर मारी। घायल यात्रियों ने बताया कि बस स्पीड में चल रही थी। अचानक जोरदार झटका लगा। एक-दूसरे की सीटें टकराने पर यात्री घायल हुए। हाइवे पर मोड़ होने के कारण पूर्व में भी बड़े हादसे हो चुके हैं। पुलिस ने बस चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच कर रही है।
दो घंटे जाम, केबिन तोड़कर निकाला शव
दुर्घटना इतनी भीषण थी की सामने के हिस्से में बस सहित आयशर के परखच्चे उड़ गए। हाइवे पर दुर्घटना के बाद बड़े वाहनों की कतार लगने लगी। आयशर बीच हाइवे पर खड़ा होने के साथ चालक का शव केबिन में ही फंसा हुआ था। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से केबिन को तोडऩे का प्रयास किया। दो घंटे की मश्क्कत के बाद दूसरे वाहन की मदद से केबिन को तोडकऱ चालक का शव निकाला गया। दो घंटे तक हाइवे पर ट्रैफिक प्रभावित हुआ।
उर्स में आ रहे 4 जायरीन सहित 18 घायल
बस में बोहरा समाज के 4 जायरीन आमीर साबुनवाला, जकीर सैफुद्दीन, रुकसाना साबुनवाला और सहारा साबुनवाला भी शामिल थे। जो उर्स में शामिल होने इंदौर के सैफी नगर से बुरहानपुर आ रहे थे। आमिर, जकीर और रुकसाना साबुनवाला को चोट लगी। जबकि बस चालक ओमप्रकाश सोलंकी इंदौर, मोहित पिता संतोष मेढे, बट्टू पिता कुलदीप गायकवाड़, निर्मला बाई, मधुकर तोताराम, रत्ना पाठक, किरण पाठक, अदिति पाठक, सचिन सुखदेव, अंकिता, जावित्री बाई पंधाना, कैलाश, रोहित सहित अन्य यात्री घायल हो गए। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया।
पत्रिका लगातार कर रहा सजग
खरगोन बस हादसे के बाद पत्रिका ने हाइवे के अंधे मोड़, पुलियाओं की स्थिति एवं बसों की स्पीड और ओवरटेक वाहनों को लेकर लगातार खबरे प्रकाशित कर प्रशासन को चेताया था। हादसे के बाद कुछ ही बसों पर कार्रवाईकर जिम्मेदारों ने खानापूर्ति की। बसों की स्पीड एवं अंधे मोडों पर संकेत बोर्ड एवं सुरक्षा के उपाय नहीं होने के कारण आए दिन हादसों में लोगों को अपनी जान गंवाना पड़ रही है।