खंडवा. लोकपर्व गणगौर का उल्लास निमाड़ में छाया हुआ है। राजस्थानी मारवाड़ी सैनी समाज द्वारा 16 दिवसीय गणगौर पर्व मनाया जा रहा है। प्रतिदिन माता को पानी पिलाने नवविवाहिताएं, युवतियां वर-वधू वेशभूषा में बाना निकाल रही है। सोमवार को सैनी मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने भवानी माता रोड से बाना निकाला। बैंड बाजों के साथ साफा पहने युवतियां, नवविवाहिताएं गणगौर गीतों पर नृत्य की प्रस्तुति देती चल रहीं थीं। बग्घी में वर-वधू के रूप में युवतियां सवार थीं। बाना पार्वती बाई धर्मशाला पहुंचा, जहां गणगौर माता को पानी पिलाकर झाले वारे गए। गणगौर माता को घर ले जाया गया।
देखो तो रनुबाई को रुमझुम सिंगार…गणगौर गीत गूंजे
पीपलगोन (खरगोन) इन दिनों समूचे क्षेत्र में गणगौर पर्व की धूम शुरू हो गई है। माता की बाड़ी बोने के साथ ही गणगौर पर्व का उल्लास छाने लगा है। गणगौर पर माता के झालरिये गीतों की गूंज चारों ओर सुनाई देती है। हर साल माता की भक्ति में महिलाएं झालरिए गीत गाती है। प्रसिद्ध गायिकाओं की आवाज में भी झालरिये गीतों की गूंज सुनने को मिलती है।
इस वर्ष भी प्रसिद्ध गायिका मेघा परसाई की आवाज में झालरिए गीतों की गूंज सुनाई दे रही है। मेघा परसाई की आवाज में गणगौर का झालरिया गीत देखो तो रनुबाई को रुमझुम सिंगार.. लांच किया गया है। इससे पहले धनियर थारा मंदिर म डंको…हाउं भी चलूंगा…ठेहर जा, ठेहरजा जैसे प्रसिद्ध झालरिया गीतों की प्रस्तुति दी जा चुकी है। रनुबाई को सिंगार झालरिया गीत का फिल्मांकन खरगोन व महेश्वर व आसपास की जगह पर किया गया है । गीत के निमार्ता गोपाल शर्मा ने बताया कि गीत में आवाज मेघा परसाई ने दी है। गीत हरीश दुबे महेश्वर द्वारा लिखा गया है। संगीत संयोजन अंकित शर्मा द्वारा व वीडियो शूट शुभम गावशिंदे ने किया है। गीत में मेकअप ऑर्टिस्ट आयुषी तारे व नृत्य टीम में नमामि तारे, अदिति परसाई, अंजलि परसाई, खुशी महाजन, कनिष्का महाजन शामिल हैं। गीत के निर्देशक अमन परसाई, अभिषेक परसाई है । सपोर्ट टीम में राम ,अथर्व ,कांचा, राघव शामिल रहे। इस गीत को यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया है।