खरगोन.
मौसम परिवर्तन के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी है। रविवार को खरगोन जिले के झिरन्या तहसील के पहाड़ी गांव काकोड़ा व आसपास के इलाके में ओलावृष्टि (हिमपात) से जमीन पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। जिससे यहां कश्मीर जैसा नजारा दिखाई दिया। निमाड़ अंचल में आमतौर पर मार्च के आखिरी महीने से भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाता है। वहीं पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग हिस्सों में बारिश और ओले गिरने की खबरें सामने आ रही है। आसमान से बरसी इस आफत से सबसे ज्यादा चिंता किसानों में है। जिले में एक तरफ गेहूं और चने की कटाई चल रही है, तो दूसरी ओर बेमौसम बारिश से फसलों को बड़ा नुकसान होने की आशंका है। दो दिन पहले बड़वाह क्षेत्र के काटकूट में भी तेज बारिश और ओले गिरने से सूखी नदियों में बाढ़ आ गई थी।
बर्फ के गोले बनाकर खेलने लगे बच्चे
पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी होना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। ग्रामीणों व बच्चों ने ओले खाली बर्तन और प्लॉस्टिक की बॉटलों में भर लिए। कुछ बच्चे उत्सुकतावश बर्फ के गोले बनाकर खेलने लगे। ग्रामीणों ने बताया कि चैत्र के महीने में अभी तक ऐसी बारिश और ओलावृष्टि पहले कभी नहीं हुई। ओलावृष्टि का वीडियो क्षेत्र में गुजर रहे वाहन चालकों द्वारा बनाकर सोशल मीडिया वार वायरल किया।
नुकसानी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं
ओलावृष्टि से क्षेत्र में अभी कितना नुकसान हुआ है, यह स्पष्ट नहीं है। वहीं ग्रामीणों की मानें तो तेज बारिश करीब आधे से एक घंटे तक हुई। इस दौरान चने के आकार के ओलों की झड़ी लग गई। पहाड़ी नदी-नालों में भी पानी बह निकला