खरगोन.
जिले में एनवीडीए विभाग की लापरवाही के चलते दर्जनभर से अधिक माइक्रो सिंचाई परियोजनाएं अधूरी हैं। इसे लेकर पत्रिका द्वारा सिलसिलेवार खबरों का प्रकाशन किया जा रहा है। वहीं अब ग्रामीण भी लामबंद होकर विरोध और प्रदर्शन की तैयारी में है। सोमवार को बलकवाड़ा उद्वहन सिंचाई परियोजना क फेस टू के काम को शीघ्र पूरा करने की मांग को लेकर कसरावद क्षेत्र के ग्राम जल ज्योति और घोटिया में ग्रामीणों की बैठक हुई। इसमें किसानों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विरोध जताया। किसान मजदूर महासंघ के कार्यकर्ता श्याम पाटीदार टिमरनी, दिनेश पाटीदार जल ज्योति ने बताया कि फेस टू का काम 2018 में स्वीकृत हुआ था। जिसे 2020 तक पूरा हो जाना था, लेकिन 2023 तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। जिसके चलते सैकड़ों एकड़ खेत सूखे पड़े है और किसान चाहकर भी ग्रीष्मकालीन फसलों की बुआई नहीं कर पाए है। पानी के अभाव में ग्रामीणों ने सांसद से चर्चा कर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही है। इसी संबंध में बुधवार को भारतीय किसान मजदूर महासंघ द्वारा सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा।
आनन-फानन में पहुंचे एनवीडीए अधिकारी
इधर, ग्रामीणों की बैठक और विरोध की सूचना मिलने पर एनवीडीए के इंजीनियर शिवहरे और डाबर सहित नहर का काम कर रहे जीएससी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर गौरव पहुंचे। ग्रामीणों ने पाइप लाइन डालने में गुणवत्ताहिन काम के साथ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अफसरों को खरी-खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने बताया कि सैलानी के पास पाइप लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। पहले फेस में साढ़े चार किमी पाइप डाले गए। जो पानी का प्रेशर नहीं झेल पा रहे और लीकेज हो रहे हैं।
कछुआ चाल से काम
जनपद सदस्य सुरेश पाटीदार कालू भाई , संजय पाटीदार ,तुलसीराम पाटीदार, कमलेश पाटीदार , गोविंद पाटीदार ने जिस तरह से काम की कछुआ चाल है, उससे नहीं लगता है कि 2030 तक भी किसानों को पानी मिल पाए। वहीं एनवीडीए के इंजीनियरों ने किसानों को 30 जून तक पानी देने का वादा किया। बैठक में पूर्व जनपद सदस्य शंकर पाटीदार, ठाकुर भाई ,प्रवीण आदि भी मौजूद थे।
समाधान निकालेंगे
बिस्टान उद्वहन सिंचाई योजना में किसानों की मांग पर पानी छोड़ा गया है। बलकवाड़ा और बिंजलवाड़ा योजना के पहले चरण काम हुआ है। तकनीकी रूप से क्या समस्या आ रही है, उसे समझकर समाधान निकालेंगे।
शिवराजसिंह वर्मा, कलेक्टर खरगोन