खरगोन.
जिला अस्पताल में एक्स-रे कराने आए मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दूर- दूर से आए मरीज बैरंग लौटे। मजबूरी में प्रायवेट अस्पतालों में रुपए चुकाकर एक्स-रे कराना पड़ा। यह समस्या 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर गए रेडियोग्रॉफरों के कारण आई। रेडियोग्रॉफरों ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे 15 मार्च से अनिश्चितकालीन अवकाश पर चले जाएंगे।
जिले में इन दिनों हड़ताल, प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। स्वास्थ्य महकमे के विभिन्न कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश, धरना, रैली, हड़ताल जैसे प्रदर्शन कर शासन का ध्यान खींच रहे हंै। चिकित्सकों, संविदाकर्मियों, लेब टेक्निशियनों के बाद अब सोमवार को 11 सूत्रीय मांगों को लेकर रेडियाग्राफरों ने सामूहिक अवकाश ले लिया। एक साथ कर्मचारियों के अवकाश से जिला अस्पताल में एक्सरे करवाने आए मरीजों को परेशान होकर निजी सेंटरों पर जाना पड़ा।
जिला अस्पताल में पदस्थ रेडियोग्राफर अनूप मंडलोई, अरविंद क्षेत्रे, नवीन डावर, अभिलेष मंडलोई, अखिलेश भालेकर, अजय क्षेत्रे ने बताया प्रगतिशील रेडियोग्राफर्स संघ के बैनत तले लिए गए अवकाश की सूचना पूर्व में ही 23 जनवरी को स्वास्थ्य आयुक्त को दे दी गई थी। प्रदेश स्तरीय आंदोलन के तहत संघ द्वारा उनकी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सिविल सर्जन को दिया था। मांग पूरी नहीं होने पर जिलेभर के करीब 20 रेडियोग्राफर्स अवकाश पर है। यदि मांगेेें पूरी नहीं होती है तो 15 मार्च से अनिश्चिकालीन हड़ताल को बाध्य होंगे।
रोजाना होते है 150 से अधिक एक्स-रे
कर्मचारियों के मुताबिक जिला अस्पताल में रोजाना 150 से अधिक एक्स-रे होते हंै। इनमें ज्यादातर हड्डी वार्ड के मरीज शामिल है। इनके अलावा एमएलसी, उम्र संबंधी, मेडिकल यहां तक की मेटरनिटी से भी एक्सरे के लिए मरीज आते हंै। इस हड़ताल से ज्यादातर हड्डी से जुड़े मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।