बैकुंठपुर/मनेंद्रगढ़। अंबिकापुर की चार सदस्यीय टीम मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज खोलने जमीन देखने पहुंची। इस दौरान तीन स्थल का निरीक्षण कर जमीन का जायजा लिया गया। राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ रमणेश मूर्ति के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम पहुंची। मामले में राजस्व अमले ने औद्योगिक क्षेत्र, आमाखेरवा सेंट्रल हॉस्पिटल, रुरल इंडस्ट्रियल पार्क परसगढ़ी का निरीक्षण कराया। प्रत्येक जगह-7०-8५ एकड़ जमीन उपलब्ध है। हालांकि आमाखेरवा सेंट्रल हॉस्पिटल के पास की जमीन एसईसीएल को आवंटित है। मेकॉज टीम आवंटित जमीन एनएमसी मापदंड के अनुरूप है या नहीं, इसकी रिपोर्ट संचालनालय चिकित्सा शिक्षा रायपुर को रिपोर्ट भेजेगी। गौरतलब है कि वर्ष २०२३-२४ के बजट में चार नए मेडिकल कॉलेज मनेंद्रगढ़, गीदम, जांजगीर-चांपा व कबीरधाम में खोलने २०० करोड़ दिए गए थे। जिसमें मनेंद्रगढ़ के लिए करीब ५० करोड़ राशि शामिल थी। फिलहाल घोषणा के बाद प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई थी। मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर वर्ष २०१२ से लेकर आज तक दर्जनों बार जमीन का निरीक्षण, नापजोख कराईजा चुकी है।
ये हैं टीम मेंबर्स
जमीन का निरीक्षण करने चार सदस्यीय टीम पहुंची। जिसमें डॉ रमणेश मूर्ति, अधिष्ठाता राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर, डॉ. लखन सिंह प्रोफेसर मेडिसीन, डॉ. परमानंद अग्रवाल, सह प्राध्यापक एनाटॉमी, जगदीश प्रसाद सिंह प्रशासकीय अधिकारी शामिल हैं।
इतनी जमीनें देखी
-औद्योगिक क्षेत्र में करीब 8५ एकड़, जो सीएसआईडीसी को आवंटि है।
– आमाखेरवा सेंट्रल हॉस्पिटल के आसपास करीब 7० एकड़ जमीन, जो एसईसीएल का आवंटित है।
– रुरल इंडस्ट्रियल पार्क परसगढ़ी में 7५-8५ एकड़, जो अलग-अलग टुकड़ों में है।
मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज के लिए अंबिकापुर से चार सदस्यीय टीम आई थी। टीम को तीन स्थल पर जमीन का निरीक्षण कराया गया है। प्रत्येक जगह 7५-8५ एकड़ तक जमीनें उपलब्ध है। मेडिकल कॉलेज की टीम रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार को सौंपेगी।
सुलेमान खान, प्रभारी डीपीएम एनएचएम मनेंद्रगढ