बैकुंठपुर। अविभाजित कोरिया में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई विधानसभा सीट भरतपुर सोनहत की जनता हर बार नए चेहरे को मौका देती है। वर्ष २००8 से २०२३ के चार विधानसभा चुनाव में नए चेहरे को जीत दिलाई है। वर्ष २०१8 चुनाव में पुराने चेहरे को मैदान में उतारा गया था, लेकिन मतदाताओं ने पुराने चेहरे को नकार नए चेहरे को अपना विधायक चुना था। वर्ष २०२३ के चुनाव में भाजपा ने नया चेहरा सरगुजा सांसद व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह को मैदान में उतारा, जो मौजूदा विधायक गुलाब कमरो को हराकर जीत दर्ज की हैं। वर्ष २००8 में परिसीमन के बाद मनेंद्रगढ़ व बैकुंठपुर क्षेत्र के कुछ हिस्से को मिलाकर नई विधानसभा सीट भरतपुर सोनहत अस्तित्व में आई है। यह सीट छत्तीसगढ़ की पहली विधानसभा क्रमांक-०१ और अविभाजित कोरिया का यह सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है। वर्तमान में विधानसभा का एरिया एमसीबी और कोरिया जिले में बंटा हुआ है। विधानसभा में पहली बार वर्ष २००8 में चुनाव हुए थे। जिसमें भाजपा से फूलसिंह(नया चेहरा) विधायक निर्वाचित हुए थे। दूसरी बार वर्ष २०१३ में चंपादेवी पावले(नया चेहरा) विधायक बनी थीं। वहीं तीसरी बार वर्ष २०१8 में भाजपा से दोबारा सीटिंग विधायक चंपादेवी को मैदान में उतारा गया था। लेकिन मतदाता ने पुराने चेहरे को नकार दिया और कांग्रेस से गुलाब कमरो ने जीत हासिल की थी। विधानसभा चुनाव-२०२३ में भरतपुर-सोनहत से मौजूदा विधायक गुलाब कमरो हार गए और भाजपा प्रत्याशी रेणुका सिंह जीत दर्ज की है।
अब तक बने विधायक
वर्ष विधायक-पार्टी का नाम
2003 फूलसिंह-भाजपा(नया चेहरा)
2013 चंपादेवी पावले-भाजपा(नया चेहरा)
2018 गुलाब कमरो-कांग्रेस(नया चेहरा)
2023 रेणुका सिंह-भाजपा(नया चेहरा)