ABP Kota: कोटा. अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क अब महक से महकेगा। जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से बुधवार को बाघ- बाघिन का जोड़ा लाया जाएगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। मंगलवार को दोपहर विभाग की टीम जयपुर के लिए रवाना हो गई है। बुधवार को जयपुर के डॉ. अरविंद माथुर के नेतृत्व में टीम बाघ व बाघिन की जोड़ी को लेकर कोटा आएगी।
नाहरगढ़ से महक नाम की बाघिन व बाघ नाहर को लाया जाएगा। इसके लिए मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व के वाहन से दो वन्यजीवों को एक साथ लाने के लिए दो कैज भेजे गए हैं । वन्यजीव विभाग के चिकित्सक डॉ. विलास राव ने बताया कि स्थानीय स्तर पर बाघ- बाघिन की अगुवानी की पूरी तैयारी कर ली गई है। नाइट शेल्टर्स को सेनेटाइज किया गया है। बाघिन टी- 114 के शावक व बाघ -बाघिन के नाइट शेल्टर के बीच में गेप रखा गया है, ताकि टाइगर व शावकों की मॉनिटरिंग हो सके। बुधवार को दोपहर तक बाघ- बाघिन की जोड़ी कोटा में प्रवेश कर लेगी।
यह भी तैयारी
जानकारी के अनुसार फॉक्स के लिए बनाए गए पिंजरे को भी विशेष रूप से तैयार किया गया है, ताकि बाघ- बाघिन के आने पर शावक असहज महसूस करते हैं तो उन्हें शिफ्ट किया जा सके। बाघ- बाघिन के लिए पानी की भी व्यवस्था की गई है।
सप्ताह भर पहले आई थी सुहासिनी
पार्क में लंबे इंतजार के बाद बाघ-बाघिन व शेर देखने को मिलेंगे। सप्ताहभर पहले 20 फरवरी को नाहरगढ़ से शेरनी सुहासिनी को लाया गया था। थोड़े ही दिन के अंतराल में अब नाहर व महक को लाया जा रहा है। महक के लिए कोटा नया नहीं है। पूर्व में उसे कोटा के नयापुरा िस्थत चिडि़याघर से ही भेजा गया था। नाहर के लिए कोटा नया होगा।
पर्यटकों का रख रहे ध्यान, कर रहे हैं प्रयास
विभाग के उपवन संरक्षक सुनील गुप्ता के अनुसार मंगलवार को दोपहर विभाग की टीम बाघ- बाघिन को लाने के लिए रवाना हो गई। स्थानीय स्तर पर सभी तैयारियां कर ली गई है। पर्यटकों को पार्क घूमकर आनंद मिले व वन्यजीवों के प्रति जागरूकता आए, इसके प्रयास किए जा रहे हैं।