kota news: डर, लालच व अज्ञानता के कारण ही साइबर क्राइम की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसके लिए हमें जागरूक होना पड़ेगा। यह बात शुक्रवार को राजकीय नर्सिंग कॉलेज में पत्रिका रक्षा कवच अभियान के दौरान साइबर एक्सपर्ट कौशल शर्मा ने कही।
उन्होंने बताया कि कभी साइबर क्राइम की घटना होती है तो हम डर के चलते परिजनों व मित्रों को नहीं बताते। लालच में आकर हम फ्रॉड के जाल में फंसते जाते हैं। यदि साइबर नियम का पता नहीं है तो अज्ञानता वश कुछ भी हो सकता है। यदि हम छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखेंगे तो काफी हद तक साइबर क्राइम को रोक सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि फ्रॉड महिलाएं, बुजुर्ग को टारगेट करते हैं। इसलिए अपने व परिजनों को किसी ओटीपी व लिंक को जानकारी साझा नहीं करने के लिए कहें।
पत्रिका रक्षा कवच अभियान पढ़ते रहें
मनोवैज्ञानिक वरुण रस्सेवट ने बताया कि साइबर क्राइम की रोकथाम को लेकर राजस्थान पत्रिका ने अभियान चला रखा है। आमजन इसे रोजाना अखबार के माध्यम से पढ़कर जागरूक हो सकते हैं। इसमें कई नियम व अन्य जानकारी प्रकाशित की जाती है। उसको पढ़कर जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नर्सिंग सेवा का काम है। जब आप नर्सिंग कर जॉब की तलाश में निकलेंगे तो सोशल मीडिया पर प्रचारित विज्ञापन के फेर में मत पड़ना, इससे छल हो सकता है।
यह दिए टिप्स
निवेश करने से पहले एप व पोर्टल पर उसकी जांच पड़ताल कर लें।
मोबाइल हैक होने से बचाने के लिए टू स्टेप वेरीफिकेशन का प्रयोग करें।
ऑनलाइन शॉपिंग सोच कर करें।
यदि कोई बार-बार कॉल कर परेशान करे तो संचार साथी चक्षु वेबसाइट पर शिकायत करें।
अपने ट्रांजेक्शन पर नजर रखें।
डिजिटल अरेस्ट नहीं होता है।
कोई भी एप्लीकेशन या एपप्लेस्टोर से ही डाउनलोड करें।
बच्चों को गेम्स खेलने से रोकें।
मोबाइल में फाइल मैनेजर में जाकर एपीकेएस पर कोई फाइल नहीं रखें।
साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 नम्बर पर शिकायत दर्ज कराएं।
मोबाइल पर साधारण की जगह कोई यूनिक पासवर्ड रखें।