कोटा. मकान की पहली मंजिल तक दूध-सब्जी पहुंचाने के लिए लगाई गई रस्सी एक बालिका के लिए ‘काल’ बन गई। बालिका ने खेल-खेल मेंं रस्सी का फंदा गले में डाल लिया। दम घुटने के कारण तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गई। इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। परिजन इतने सदमें हैं कि कुछ बोल नहीं पा रहे। पोस्टमार्टम तक करवाने से इनकार कर दिया। घटना शुक्रवार देर रात रेलवे थाना क्षेत्र के दुर्गानगर की है।
पूनम कॉलोनी के दुर्गानगर लेबर चौराहा के पास राजेन्द्र शर्मा रहते हैं। वह रेलवे में कर्मचारी हैं। परिजनों ने पहली मंजिल से एक रस्सी टांग रखी थी। इस रस्सी के सहारे दूध-सब्जी व अन्य सामान बाल्टी आदि से ऊपर खींचते हैं। शुक्रवार रात 10.30 बजे करीब परिवार के सदस्य भीतर कमरो में थे, जबकि परिवार की सबसे छोटी पुत्री दीपिका शर्मा (14) पालतु श्वान के साथ घर के मुख्य गेट के पास खेल रही थी। इस दौरान दीपिका ने लटकी हुई रस्सी का फंदा बनाकर अपने गले में डाल लिया। वह गले में फंदे के साथ ही कुछ देर इधर-उधर चलती-झूलती रही और दम घुटने से अचेत हो गई। इस दौरान पड़ोसी ने उसे देखा तो भाग कर आए और परिजनों को बताया। इसके बाद परिजन अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सक ने म़ृत घोषित कर दिया।
उधर रेलवे कॉलोनी थानाधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जांच में प्रथम दृश्टया मामला दुर्घटना का ही प्रतीत होता है। लडक़ी अपने हाथ उठाकर फंदे तक ले आती तो बच सकती थी। परिजनों ने लिखित में दिया तो बिना पोस्टमार्टम शव उन्हें सौंप दिया। मामले में मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की है।
दिल दहलाने वाला हादसा
सीसीटीवी में नजर आ रहा है कि दीपिका पहले घर के बाहर श्वान के साथ खेल रही थी। इस दौरान उसने पहले श्वान के गले में रस्सी का फंदा डाला था। लेकिन श्वान फंदे से निकल कर कुछ दूर चला जाता है। इसके तत्काल बाद लडक़ी ने घर के बाहर बने चबूतरे पर खड़े हो रस्सी का फंदा अपने गले में डाला और फिर चबूतरे से नीचे उतरी गई। फिर चबूतरे पर चढ़ी और फिर उतरी। वह एक दो कदम आगे-पीछे चली है और गले में फंदे के साथ ही इधर-उधर चलती व झूलती रही। आखिरकार उसका दम घुट गया।
टूट गया मां का दिल का टुकड़ा
राजेन्द्र शर्मा रेलवे में वेल्डर पद पर है। उसकी पहली पत्नी का निधन हो गया। पहली पत्नी से एक पुत्र व पुत्री है। पुत्र की शादी हो चुकी, जबकि पुत्री जयपुर में पढ़ाई कर रही है। राजेन्द्र ने दूसरी शादी की थी। दूसरी पत्नी की पुत्री दीपिका थी। दीपिका कक्षा 6 में पढ़ती थी। बालिका की मौत के बाद पूरा परिवार सदमें है। हादसे के बारे में परिवार ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।