लखीमपुर खीरी. यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो रही है। ऐसा कहना है यूपी के सीएम योगी आदिनाथ का, लेकिन जिला खीरी में स्वास्थ्य सेवाएं दिन पर दिन बदहाल होती जा रही हैं। यह हाल है कि धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों से लोगो का विश्वास उठता जा रहा है।
आप को बताते चलें कि खीरी जिले की निघासन समुदायक स्वास्थ केंद्र में तैनात डॉक्टरों को मरीजों की बिल्कुल भी परवाह नहीं है। उन्हें तो बस अपने में ही मस्त रहने की आदत है। मामला यह था कि सीएचसी पर तैनात बाबू एलपी यादव का विदाई समारोह था, जिसमें सीएचसी के अभी डॉक्टर स्टाफ विदाई समारोह में उपस्थित थे। इसी समारोह के बीच कुछ लोग सीएचसी में ही ढोल नगाड़ा वाले को भी बुला लाए।
फिर क्या था। डॉक्टर सहित पूरे स्टाफ ने जम कर ठुमके लगाए। इन सभी को मरीजों की विल्कुल ही फिकर नहीं हुई। इसी बीच एक गंभीर मरीज के परिजन अपने मरीज को दिखाने के लिए डॉक्टरों से गुजरिस करते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी और ना ही गंभीर मरीजों की सुनने वाला ही कोई था। इस पर थक हार कर मरीज के परिजनों ने 108 पर भी बात की लेकिन समस्या जस की तस बनी रही।
आखिरकार थक हार कर परिजन प्राइवेट अस्पताल में ही जाना उचित समझा। यहाँ तो धरती के भगवानों ने हद ही कर दी। किसी की जान पर बन आए लेकिन हमारे डाक्टर साहब पार्टी में मशगूल ही रहे। अब देखने वाली बात होगी की इन साहब पर क्या कार्यवाई होगी या योगी सरकार में ऐसे ही चलता रहेगा। वहीं पूरे मामले में सीएमओ जावेद अहमद से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।