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नागौर. शारदीय नवरात्रि से पर्वों की शुरुआत हो जाएगी। इसको लेकर जहां दुकानदार तैयारियों में लग गए हैं, वहीं बरसों से टूटी सडक़ों की हालत व्यापार के साथ ही उनको भी बेहद परेशान कर रही है। यह स्थिति शहर के प्रमुख बाजारों में शामिल तिगरी बाजार की है। यहां उड़ती धूलों के गुबार से दुकानों के सामान खराब होने के साथ ही अंदर तक पहुंच जाती है। इसकी वजह से नए उत्पाद भी पुराने लगते हैं। विशेषकर बरतनों, कपड़ों एवं सर्राफा व्यवसायियों की हालत इससे खराब है। हालांकि शू, साइकिल एवं सब्जी विक्रेता भी इससे परेशान है, लेकिन हालात यह हैं कि नगरपरिषद ही नहीं, बल्कि कलक्ट्रेट जाकर ज्ञापन देने के बाद भी सडक़ों की हालत जस की तस बनी हुई है।
तिगरी बाजार में आसपास के गांवों से आते हैं खरीदार
गांधी चौक के निकट स्थित तिगरी बाजार शहर के पुराने प्रमुखतम बाजारों में शामिल है। यहां पर खरीदारी के लिए केवल शहर नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। ऐसे में इस बाजार में भीड़ तो रहती है, लेकिन सडक़ों की टूटी हालत के कारण स्थिति खराब रहती है। तहसील चौक के रास्ते प्रवेश करते ही सीधा सामना बिखरी कंक्रीट के साथ टूटी सडक़ों से होता है। यह स्थिति एक सिरे से लेकर अगले यानि की सडक़ के अंतिम सिरे तक नजर आती है। टूटी सडक़ों पर वाहनों के पहिये तले उड़ती धूल पूरे रास्ते नजर आती है। इसके साथ ही दुकानों के सामने एवं दुकानों के अंदर रखे सामानों पर धूल की मोटी पर्त कई जगहों पर साफ नजर आती है। अब ऐसे में दुकानदार कभी इनको साफ करते नजर आते हैं तो कभी जिम्मेदारों को कोसते हुए।
दुकानदार बोले:
काफी समय से टूटी सडक़ों के कारण परेशानी हो रही है। इसमें फंसकर केवल खरीदार ही नहीं, बल्कि इधर से उधर जाने वाले वाहन चालक भी फंसकर मुश्किलों का सामना करते हैं। स्थिति यह है कि जरा सी नजर चूकी तो फिर गिरना निश्चित है।
दीपक सोनी, दुकानदार, तिगरी बाजार
अकेला मैं ही नहीं पूरा बाजार परेशान है। अभी नवरात्रि शुरू होगी तो बाजार में और भीड़ बढ़ेगी। ऐसे में यह टूटी सडक़ उड़ती धूल के साथ ही कई जगहों पर हुए गड्ढों की वजह से मुश्किल पैदा करेगी। कई सालों से यही होता रहा है। इसे ठीक कराने के लिए प्रयास भी किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
बंशीलाल, दुकानदार, तिगरी बाजार
टूटी सडक़ों की वजह से पूरा व्यापार खराब हो रहा है। दुकानदारों के उत्पादों के साथ ही उनके रेाजाना के कारोबार पर खराब सडक़ का प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अफसोस की स्थिति है कि टेक्स देने के बाद भी एक अच्छी सडक़ तक नहीं मिल पा रही। कलक्ट्रेट गया था इस समस्या को लेकर, शिकायत भी दी। इसके बाद भी सडक़ नहीं बनी।
रामचंद्र जांगिड़
बाजार की विशेषता
तिगरी बाजार में पारंपरिक परिधानों से लेकर अत्याधुनिक फैशन के दुपट्टे, साड़ी, ज्वेलरी आदि के उत्पाद मिल जाते हैं। पारंपरिक कपड़ों के परिधान यहां पर जोधपुर, जयपुर एवं अहमदाबाद तक मिल जाते हैं।
बाजार परेशान, वीआईपी क्षेत्र में बन रही सडक़ें
शहर में कई जगहों पर ज्यादा स्थिति खराब होने के बाद भी जहां सडक़ें नहीं बन रही है, वहीं रसूखदारों के एरिया में नई सडक़ों के निर्माण के साथ ही जरा सी सडक़ खराब होने पर पूरा डामर का पेचवर्क कर दिया जा रहा है। इसको लेकर भी शहर में असंतोष की स्थिति बनने लगी हैं। शहर के नकासगेट से लेकर दिल्ली दरवाजा, पुराना शहर एवं तिगरी बाजार के साथ जहां पूरा गांधी चौक टूटी सडक़ के कारण व्यवसाय को प्रभावित कर रहा है, वहीं जिम्मेदारों को भी टूटी सडक़ें केवल रसूखदारों के एरिया में ही नजर आ रही है।