रुनीजा. शनिवार रात में अचानक बढ़ी सर्दी के बाद सुबह 4 बजे भयंकर कोहरा छाने लगा। जैसे-जैसे समय बढ़ता गया कोहरे की रफ्तार भी बढ़ती गई। ऐसा लग रहा था जैसे किसी हिल स्टेशन पर पर आ गए हो। दो-तीन फीट आगे का देखना मुश्किल हो रहा था। जैसे-जैसे कोहरा बढ़ता गया वाहनों की तेज रफ्तार कम होती होती गई। साढ़े पांच बजे बाद चारों ओर भयंकर कोहरा ही कोहरा नजर आ रहा था। चारपहिया वाहन की गति 25-30 की स्पीड में चल रही थी। अधिकांश वाहन चालकों ने वाहन रोककर कोहरे के कम होने का इंतजार किया।
उज्जैन से चलकर बडनग़र, रुनीजा, खरसौदकलां तक चलने वाले पेपर वाहनों की गति भी एकदम रुक सी गई। वाहन चालकों ने बताया, 5 बजे बाद बढ़ते कोहरे के कारण बड़ी मुश्किल से वाहन चलाकर जैसे तैसे पहुंचे हैं। बडनग़र से रुनीजा का 17 किलोमीटर का रास्ता तय करने में 45 मिनट से अधिक का समय वाहन चालकों को लगा। कोहरे के कारण पेड़-पौधे की पत्तियां बारिश की भीग गई। कई लोगों ने बताया, यह सीजन का सबसे घना कोहरा था। किसानों ने कहा कि यह कोहरा फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। इससे फसलों की रफ्तार भी बढ़ेगी और उपज में भी लाभ होगा।