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डूंगरपुर
सागवाड़ा के व्यापारी को उलझाकर सोने-चांदी एवं नकदी चुराने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार करते हुए अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा किया है। गैंग के सदस्य बाबा के वेश में विभिन्न इलाकों में जाकर ठगी-चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
पुलिस निरीक्षक मदनलाल के अनुसार सागवाड़ा निवासी परेश पुत्र चन्द्रकान्त गोवाडिय़ा ने २५ फरवरी को मामला दर्ज कराया था। जिसमें बताया था कि मांड़वी चौक में गोवाडिय़ा होकमचन्द्र तोराचन्द के नाम से सोने-चांदी की दुकान है। दोपहर एक ग्राहक आया जो वेशभूषा में बाबा लग रहा था। कुछ समय बाद एक अन्य व्यक्ति भी आया। दोनों ने सोने की डिब्बी चुरा ली। पुलिस ने रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर थानाधिकारी मदन लाल के नेतृत्व में टीम का गठन किया। सागवाड़ा शहर एवं आसपास के गांवों की सडकों पर लगे सीसीटीवी फुटेज चैक किए। जिसमें दो व्यक्ति एवं मोटर साइकिल नम्बर प्राप्त हुआ। मोटर साइकिल चलाने वाले व्यक्ति का नाम काशिम उर्फ पिल्लोर पुत्र फिरोज अली हुसैन ईरानी मोहल्ला छबड़ा जिला बांरा एवं पीछे बैठा व्यक्ति का नाम पता हैदर अली उर्फ मामु पुत्र मुजफ्फर अली निवासी सिया मस्जिद के पीछे अमन कॉलोनी थाना निशातपुरा भोपाल मध्यप्रदेश होने की जानकारी मिली। दोनों सन्दिग्धों का निवास के थानों से आपराधिक रिकार्ड लिया। दोनों आदतन वारदात करने वाले अपराधी निकले। जिस पर उनके मोबाइल नंबर प्राप्त किए तो सामने आया कि वे आए दिन वारदातों के दौरान मोबाइल व सिम नम्बर बदलते रहते हैं तथा घटना के बाद सिम तोड देते थे।
कार से भी पहुंचे थे, बदला था वेश
दोनों सन्दिग्धों के साथ अन्य वाहन कार से भी इनके साथी आए थे, जिस पर झालावाड़, छबड़ा, कोटा, रतलाम, जावरा, देवास, भोपाल, सागर, विदिशा में तलाश की। वारदात के समय कार चालक शुभम (२३) पुत्र तुलसीदास चोरसिया निवासी चन्देरा तहसील जिला टीकमगढ़ हाल मानस विहार कॉलोनी पुलिस थाना ईटखेड़ी भोपाल मध्यप्रदेश को थाने पर लाकर पूछताछ की। घटना में उसने स्वयं को गैंग का सदस्य बताया, जिस पर उसे गिरफ्तार कर वाहन जब्त किया। साथ ही शेष आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।