हिंदी राजभाषा क्रियान्वयन के लिए गठित संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति के सदस्य सात सांसद शनिवार ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए पहुंचे। इस अवसर पर समिति में शामिल विभिन्न विभागों के 36 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूजन अभिषेक कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
यह दल इंदौर एवं भोपाल में आयोजित विभिन्न विभागीय बैठकों एवं निरीक्षणों के क्रम में मप्र के दौरे पर है। राजभाषा समिति का यह दौरा केंद्र सरकार द्वारा हिंदी को राजकीय कार्यों में अधिकाधिक प्रयोग में लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। समिति में शामिल प्रमुख सांसदों में राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी (मप्र), लोकसभा सांसद शंकर लालवानी (इंदौर), संयोजक उज्जवल रमण (उप्र), सांसद हरिभाई पटेल (लोकसभा), सांसद कुलदीप इंदोरा (राजस्थान), राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल सुखदेव मुंडे (महाराष्ट्र) समेत कई वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे।
यह दूसरी उपसमिति, केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत गठित है और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। यह समिति पूरे देश में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और उसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विशेष शक्तियों से युक्त होकर कार्य करती है। दौरे के दौरान समिति सदस्यों ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में विधिवत पूजन एवं दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की। सांसदों ने कहा कि ओंकारेश्वर नगरी का महत्व अनूठा है यह नर्मदा तट पर स्थित एकमात्र ज्योतिर्लिंग स्थल है, जिसकी ऐतिहासिक और धार्मिक गरिमा अपार है। समिति द्वारा यह भी संदेश दिया गया कि हिंदी भाषा को केवल राजभाषा नहीं बल्कि राष्ट्र की एकता का सूत्र मानते हुए, इसे प्रत्येक कार्यालय और जनजीवन में सक्रिय रूप से अपनाया जाना चाहिए।