पन्ना. पन्ना टाइगर रिजर्व की बाघिन पी- २३४(२३) ने अपने दूसरे लिटर में दो शावकों को जन्मा है। बाघिन को अकोला बफर में हाल में ही दो शावकों के साथ देखा गया है। शावकों के साथ बाघिन का वीडियो सामने आने के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने बाघिन के दो शावकों को जन्म देने की पुष्टि की है। साथ ही बाघिन और उसके दोनों शावकों को पूरी तरह से स्वस्थ्य बताया गया है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बृजेंद्र झा ने बताया, अकेाला बफर की बाघिन पी- २३४(२३) का दो शावकों के साथ वीडियो सामने आया है। इससे पहले उसने अपने पहले लिटर में भी बाघिन ने दो शावकों को जन्मा था। अब वे बड़े होकर मां से अलग हो चुके हैं। इसके बाद अब बाघिन को दूसरे लिटर के दो बाघों के साथ देखा गया है। देखने में ऐसा लग रहा है कि शावक ३ से ४ माह के हैं। पहलीबार बाघिन के इन नन्हें मेहमानों के साथ वीडियो सामने आया है। उन्होंने बताया, बाघिन और उसके दोनों शावक पूरी तरह से स्वस्थ्य लग रहे हैं।
टाइगर रजिर्व में ८० से भी अधिक बाघ
पन्ना टाइगर रजिर्व में इन दिनों ८० से भी अधिक बाघ और शावकों के होने का अनुमान है। इनमें करीब ६० वयस्क बाघ और २० से ३० अर्ध वयस्क और शावकों के होने का अनुमान है। साल के अंत तक य आगामी साल के शुरुआती महीनों में ही यहां बाघों का आंकड़ा १०० के पार होने का अनुमान है।
अकेाला में सघन वन नहीं फिर भी बड़ी संख्या में बाघ
फील्ड डायरेक्टर झा ने बताया, टाइगर रिजर्व के अकोला बफर में अपेक्षाकृत कम घना जंगल है। इकसे बाद भी यहां बड़ी संख्या में बाघ हैं। यहां शावक सहित एक दर्जन से अधिक बाघों के होने का अनुमान है।इसके पीछे बड़ा कारण यह है कि यह क्षेत्र आबादी से लगा होने के कारण बाघों को शिकार के लिए पर्याप्त मात्रा में मवेशी मिल जाते हैं। अकोला बफर में पाए जाने वाले अधिकांश बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व लौटने के बजाए उत्तर और दक्षिण वन मंडल के सामान्य वनों में चले जाते हैं।