पन्ना. उत्तर वन मंडल की टीम ने रविवार की सुबह नगर के धाम मोहल्ला में एक किराए के मकान में अवैध रूप से संचालित फर्नीचर बनाने के कारखान में छापामार कार्रवाई की।कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में सागौन की सिल्ली, चिरान लकड़ी, अर्धनिर्मित फर्नीचर सहित कटर मशीन जब्त किया है। जब्त की गई सिल्लियां और चिरान १.१६० घन मीटर पाई गई है। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य एक लाख रुपए से भी ज्यादा वही। वहीं जब्त की गई तीन फेस मोटर सहित कटर मशीन और २० अन्य औजार भी करीब एक लाख रुपए के है। मामले मे वन अमले में किराए में मकान लेकर अवैध रूप से मशीन और लकड़ी का कारोबार करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम ने रविवार की सुबह धाम मोहल्ला निवासी कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष भास्कर देव बुंदेला के घर में छापामार कार्रवाई की। उनके घर के पिछले हिस्से को फर्नीचर कारोबारी नरेंद्र विश्वकर्मा किराया पर लेकर कटर मशीन चलाने के साथ फर्नीचर बनाने का काम करता था। मुखबर की सूचना के आधार पर उत्तर वन मंडल के डीएफओ गर्वित गंगवार के नेतृत्व में बृजपुर रेंजर मनोज सिंह बघेल के साथ कांग्रेस नेता के किराया वाले पीछे के हिस्से में छापामार कार्रवाई की गई।
चलते हुए पकड़ी गई मशीन
वन विभाग के अमले ने जब छापामार कार्रवाई की तब मशीन से सागौन की सिल्ली को चीरने का काम चल रहा था। जिसे वन विभाग की टीम ने जब्त कर लिया। जब्ती के बाद मशीन और मोटर को अलग-अलग करके बाहर निकाला गया। लकड़ी के जब्ती की कार्रवाई घंटों तक चली। कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में सागौन की सिल्लियां, चिरान और अर्ध निर्मित फर्नीचर बरामद किए गए। वन विभाग की टीम द्वारा उक्त मामले में लकड़ी की नापजोख कर जब्त लकड़ी १.१६० घन मीटर बताया बताया गया। इसकी अनुमानित बाजार कीमत एक लाख रुपए से भी अधिक है। वहीं जब्त की गई कटर मशीन और मोटर की कीमत करीब एक लाख रुपए है। मशीन चुकि सेकंड हैंड थी, इससे इसकी वर्तमान कीमत कम होगी।
किराया नामा आया सामने
मामले में कांग्रेस नेता की ओर से किसी प्रकार का बयान नहीं दिया गया है। हालांकि मीडिया में उक्त मकान के उस हिस्से का किराया नामा जरूर सामने आया हैजिसपर वन विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी। किरायानामा महज एक हफ्ते पुराना ही है। जिसमें यह कहा गया है कि नरेद्र विश्वर्मा ने उक्त मकान को एक साल की अवधि के लिए चार हजार रुपए मासिक के किराए पर लिया है। जिसमें बिजली का वैध कनेक्शन लेने, वन विभाग से सभी प्रकार की जरूरी अनुमतियां लेने के लिए किरायादार स्वयं जिम्मेदार है। मामले में वन य बिजली विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई किए जाने पर मकान मालिक की किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं होगी।
कई महीनों बाद हुई कार्रवाई
शहर के धाम मोहल्ला और आगरा मोहल्ला सागौरन की अवैध लकड़ी और अवैध रूप से मशीनों के संचालन के लिए कुख्यात हैं। तत्कालीन डीएफओ गौरव शर्मा के कार्यकाल में शायद ही कोई महीना ऐसा जाता रहा हो जब अवैध कारोबार पर छापामार कार्रवाई नहीं होती रही हो। उनके स्थनांतरण के बाद से यह सिलसिला थम गया था। अब गर्वित गंगवार ने डीएफओ के रूप में ज्वाइनिंग देने के चंद दिनों बाद ही यह बड़ी कार्रवाई की है। इससे उम्मीद की जा रही है कि अवैध कारोबार के प्रति कार्रवाई का सिलसिला पूर्व की तरह ही चलता रहेगा।
मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है। जब्ज लकड़ी की मार्केट वैल्यू करीब एक लाख रुपए है। मशीन के साथ मोटर और छोटे अन्य करीब २० औजार जब्त किए गए हैं। मामले में अभी तक माकान स्वामी की संलिप्पता सामने नहीं आई है। मामले में जांच की जा रही है।
गर्वित गंगवार, डीएफओ उत्तर वन मंडल