26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रतापगढ़

न्यायाधीश ने किया जेल का निरीक्षण

जेल की साफ-सफाई व भोजन व्यवस्था का जायजा लिया

Google source verification


प्रतापगढ़. जिला विधिक प्राधिकरण सचिव शिवप्रकाश तंबोली ने बुधवार को जिला कारागृह का निरीक्षण किया। दौराने निरीक्षण जेल की साफ-सफाई व भोजन व्यवस्था का जायजा लिया गया। निरीक्षण में विधिक सहायता क्लिनिक संचालित होना बताया। सचिव ने प्रथम बार अपराध करने वाले बंदियों के साथ संवाद भी किया। बंदियों ने कैंटीन का सामान समय पर प्राप्त होना बताया। निरीक्षण में कोई भी बंदी गंभीर रूप से बीमार नहीं पाया गया।
झांसड़ी में विधिक जागरूकता शिविर
ग्राम झांसड़ी में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को सामान्य कानून की जानकारी दी गई। ग्रामीणों को कृषि में रासायनिक खाद का उपयोग नहीं करने एवं उसके दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। देशी कीटनाशक व देशी खाद का उपयोग एवं उसके फायदों के बारे में बताया गया। ग्रामीणों को बीजोपचार देशी गाय के मूत्र से किया जा सकता है और देशी कीटनाशक बनाने की विधि बताई। जिससे कृषि लागत में कमी लाई जा सकती है और काश्तकार का जीवन बीमारियों से बचाया जा सकता है। साथ ही रासायनिक खाद से होने वाले दुष्प्रभाव के बारें में भी विस्तार से बताया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए प्रि-काउंसङ्क्षलग का आयोजन
प्रतापगढ़ वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र पर पहुंचे ग्रामीण की आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 11 फरवरी के लिए प्रि-काउंसङ्क्षलग की गई। एडीआर सेंटर पर प्रि-काउंसङ्क्षलग कर प्रकरणों का राजीनामा के माध्यम से निस्तारण करने के लिए समझाइश की गई। प्रि-काउंसङ्क्षलग के लिए एविविएनएल अरनोद के 21 मामलों में पक्षकार उपस्थित आए। जिनकी काउंसङ्क्षलग का कार्य किया गया और राशि पक्षकार से वसूल की। इसके साथ ही विधिक जागरूकता शिविर का भी आयोजन किया गया। ग्रामीणों को जन उपयोगी सेवाओं और स्थाई लोक अदालत के विषय में भी जानकारी दी गई। जनउपयोगी सेवाओं में पानी, बिजली, सड$क, यातायात, सफाई, चिकित्सा, इंश्योरेंस, बैंक, टेलीफोन, शिक्षा आदि सेवाओं को सम्मिलित किया जाता है। उक्त सेवाओं में सेवा प्रदाता द्वारा किसी भी प्रकार की कमी किए जाने अथवा कोई विवाद उत्पन्न होने की स्थिति में जिला स्थाई लोक अदालत में प्रकरण दर्ज करवाया जा सकता।