रायगढ़. बिजली खम्भे में चढक़र 11केव्ही का सुधार करने के दौरान विद्युतकर्मी अचानक गिर गया, जिससे गंभीर चोट लगने के कारण अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। वहीं परिजनों का कहना है कि सुधार के दौरान करंट लगने से खंभे से गिर गया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जुटमिल थाना क्षेत्र के प्रगतिनगर जेलपारा निवासी सुरेंद्र चौहान पिता राजू चौहान (३८ वर्ष) रायगढ़ विद्युत वितरण केंद्र में ड्यूटी करता था, लेकिन कुछ दिन पहले उसका स्थानांतरण गेरवानी फीडर में हो गया था। जिससे सुरेंद्र इन दिनों वहीं ड्यूटी कर रहा था। इस दौरान सोमवार शाम लगभग 5 बजे गेरवानी में लाईट बन्द होने की सूचना मिलने पर सुरेंद्र अपने एक साथी के साथ परमिट लेकर सुधार कार्य के लिए गया और 11 केव्ही के खम्भे पर चढक़र फाल्ट का सुधार कार्य कर परमिट को वापस किया, जिसके बाद बिजली चालू होते ही फिर से ट्रिप कर दिया, जिससे लाइट बंद हो गई। ऐसे में उसने फिडर में काम करने वाले अमिलाल और एक अन्य सबइंजीनियर को बोला कि लाइट बंद कर दो फिर जाकर देखता हुं, इस दौरान उसने गया तो फिर से खंभा पर चढक़र सुधार कार्य करने लगा, इस दौरान अचानक सुरेंद्र खंभे से नीचे गिर गया, जिससे गंभीर चोट लगने के कारण उसकी हालत नाजूक हो गई। जिससे उच्चाधिकारियों को सूचना देते हुए उसे उपचार के लिए तत्काल जिंदल अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। जिससे उसके शव को देर शाम जिला अस्पताल के मरच्यूरी रूप में रखवाया गया था। घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को सुबह मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
क्या कहते हैं परिजन
इस संंबंध में मृतक का जीजा रहमान ने बताया कि गेरवानी फीडर में काम करने वाले सब इंजिनियर व एक अन्य कर्मचारी से पहले परमिट लेकर सुधार कार्य किया, लेकिन जब नहीं बना तो उसने दोबारा बोल कर निकला कि लाइट बंद कर दो, लेकिन उसके द्वारा लाइट बंद नहीं किया गया, जिससे खंभा पर चढ़ते ही करंट का झटका लगने से वह नीचे गिर गया, जिससे गंभीर चोट लगने के कारण उसकी मौत हुई है। हालांकि फिलहाल पीएम रिपोर्ट आने के बाद जांच उपरांत ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में विद्युत विभाग के ईई सुनिल कुमार साहू ने बताया कि सहायक लाइन मैन सुरेंद्र चौहान परमिट लेकर सुधार कार्य कर रहा था, इस दौरान अनियंत्रित होकर खंभा से नीचे गिरने से गंभीर चोट लगने के कारण उसकी मौत हुई है। साथ ही जहां तक बात करंट लगने की है तो यह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो सकेगा। फिलहाल विभाग की तरफ से मामले की जांच चल रही है, जिससे लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं विभाग की तरफ से मुआवजा की रूप में १५ लाख रुपए और एक अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।