Video: छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम ने कहा कि हिडमा (नक्सली नेता माड़वी हिडमा) का आज मारा जाना नक्सलवाद के इतिहास में एक मील का पत्थर है। पिछले कुछ वर्षों में हिडमा और नक्सलवाद एक-दूसरे के पर्याय बन गए थे। उनका सशस्त्र समूह, उनकी पीएलजीए बटालियन, जो हथियारों के बल पर सत्ता हथियाना चाहती थी, आज समाप्त हो गई। शेष तत्व अब नेतृत्वविहीन हैं।
CG News: हिडमा बस्तर का एक स्थानीय युवक था जो यहाँ के युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रेरित करता था। उसकी मृत्यु के बाद, बस्तर के युवा मुख्यधारा में आने और पुनर्वास के लिए प्रेरित होंगे। राज्य के विकास की शक्ति उनके साथ है, वह बस्तर के विकास के लिए काम कर रही है। मैं बस्तर के युवाओं से अपील करता हूँ कि वे आगे आएँ, और हम सब मिलकर बस्तर में विकास लाएंगे।