सतना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रैगांव में भाजपा प्रत्यासी प्रतिमा बागरी और सतना में भाजपा प्रत्यासी सांसद गणेश सिंह के लिए रोड शो एवं चुनावी सभाओं को संबोधित किया। सीएम शिवराज ने सतना में रोड शो कर जनता जनार्दन से विजय का आशिर्वाद मांगा। रैगांव की सभा में सीएम ने कहा कि मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूं। मैं हमेशा कहता हूँ कि, मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है , इसमे रहने वाली जनता ही मेरा भगवान है और इस जनता का पुजारी शिवराज सिंह चौहान है।
कमलनाथ ने योजनाएं बंद करने का पाप किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, कांग्रेस ने कभी नल से पानी दिया है क्या..? कांग्रेस में ही पानी नहीं बचा, तो जनता को कहाँ से पानी देंगे। ये बिना पानी की कांग्रेस है। ये भला नहीं कर सकते हैं। कमलनाथ और कांग्रेस की सरकार ने भाजपा की सारी योजनाएं बंद करने का पाप किया है। सवा साल में कांग्रेस ने संबल योजना बंद कर दी। बच्चों के लैपटॉप छीन लिए। कन्या विवाह का पैसा ही नहीं दिया। तीर्थ यात्रा बंद कर दी, लेकिन अब फिर से हमने तीर्थ यात्रा शुरू की है, और इस बार केवल रेल से नहीं हवाई जहाज से भी ले जाएंगे।
पार्टी ने सोच समझकर गणेश को प्रत्यासी बनाया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संतोषी माता मंदिर परिसर में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पार्टी ने सोच समझकर गणेश सिंह को प्रत्यासी बनाया है। इनके पास सतना के विकास का खाता है, गरीब कल्याण की हर योजना को ये लागू करेगे। सतना के विकास मे कोई कोर कसर नही छोड़ी जाएगी। हमारी सरकार ने सतना को सजाया सवारा, क्या कभी कांग्रेस ये काम करती। उन्होने कहा कि लाड़ली बहना योजना बहनो के सम्मान की योजना है। कांग्रेस तो एक ढेला नही दिया। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी गरीबा को फ्री राशन दे रहे है। क्या कांग्रेस कभी ऐसा करती।
संतोषी माता तालाब से टिकुटिया टोला तक रोड शो
लगभग ढाई घंटे की देरी से रात 8:30 बजे सतना पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिरला रोड़ िस्थत संतोषी माता तालाब में जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद रात लगभग पौने नौ बजे मुख्यमंत्री ने रथ में सवार होकर रोड शो शुरू किया। जो गिरला रोड़ सिंधीकैंप सेमरिया चौराहा कृष्ण नगर, पुनानी सब्जी मंडी, बांस नाका होते हुए लखन चौराहा पहुंची जहां पर सभा के साथ रोड शो का समापन हुआ। इस दौरान रास्ते में मुख्यमंत्री का पार्टी कार्यकर्ता एवं शहरवासियों ने फूलवर्षा कर स्वागत किया।