सतना. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात व पश्चिमी विक्षोभ के कारण अरब सागर से आ रही नम हवाओं के कारण नवंबर के आखिरी सप्ताह में मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। आधे प्रदेश में दो दिन से हो रही मावठे की बारिश के चलते सोमवार को सतना सहित विंध्य में मौसम ने अचानक करवट ली और सर्दी का प्रकोप बढ़ गया। सतना में सुबह की शुरुआत धुंध के साथ हुई। दिनभर आसमान पर बादल छाए रहे। इससे धूप नहीं निखरी। पश्चिम से चलीं सर्द हवाओं ने जिले को आगोश में ले लिया, जिससे दिनभर लोग ठंड से कंपकपाते रहे।
मौसम के करवट लेने से सोमवार को दिन के अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 25.1 डिसे दर्ज किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। हवा में नमी व बादलों के कारण न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री वृद्धि दर्ज की गई।
पांच दिन यूं ही रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, जिले में 5 दिन मौसम का मिजाज यूं ही बना रहेगा। सुबह धुंध के साथ होगी। दिन में आसमान पर बादल छाने के कारण धूप नहीं निखरेगी। इससे लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार विक्षोभ के प्रभाव से 29 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच जिले में कुछ स्थानों पर बूंदाबादी हो सकती है। फिलहाल तेज बारिश के आसार नहीं हैं।
फसलों के लिए मौसम अनुकूल
नवंबर में तेज धूप और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज होने के कारण किसान गेहूं की बोवनी नहीं कर पा रहे थे। सोमवार को अचानक मौसम में बदलाव व दिन में सर्दी के प्रकोप से गेहूं की बोवनी के लिए मौसम अनुकूल हो गया है। हालांकि सूखे की मार झेल रहे विंध्य के किसानों को अभी भी मावठ की पहली बारिश का इंतजार है।
शुष्क ठंड और प्रदूषण से रहें सावधान
मौसम में अचानक आए बदलाव व ठंड बढ़ने का असर सेहत पर पड़ सकता है। सोमवार को दिन में कड़ाके की ठंड के बीच छाई धुंध के कारण शहर की हवा प्रदूषित रही। हवा का गुणवत्ता सूचकांक 168 दर्ज किया गया। मौसम में उतार-चढ़ाव व जहरीली हवा दमा एवं हार्ट के मरीजों के लिए सबसे अधिक नुकसानदेय है। बच्चे एवं वृद्धों को भी ऐसे मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। मौसम खराब होने पर सुबह मॉर्निंग वॉक से बचें। बच्चों एवं बुजुर्गों को फुल गर्म कपड़े पहनाएं। ठंडे पानी के सेवन से बचें।