सतना। नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को जिला मुख्यालय पूरी तरह से चुनावी रंग में रंगा नजर आया। हालांकि इसका साइड इफेक्ट सतना स्मार्ट सिटी की जनता को जाम में फंसकर भुगतना पड़ा। नामांकन रैली में उमड़ी भीड़ के कारण शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। स्टेशन रोड में काफी देर तक तीन एम्बुलेंस वाहनों के बीच फंसी रहीं। नामांकन के आखिरी दिन भाजपा, कांग्रेस व बसपा ने बड़ी भीड़ जोड़कर शहर में रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया। इससे चलते शहर करीब साढ़े पांच घंटे जाम के झाम से जूझता रहा।
सुबह 9 बजे से लोग रैली में आने शुरू हुए और दो बजे तक आते रहे। दोहपर 12 बजे सेमरिया चौक से कांग्रेस प्रत्याशी की रैली निकली। कुछ समय बाद सर्किट हाउस के पास से बसपा की रैली स्टेशन रोड होते कलेक्ट्रेट के लिए निकली। दोपहर ढाई बजे सेमरिया चौक से ही भाजपा प्रत्याशी की रैली निकली। तीन रैलियों से बाजार क्षेत्र में भारी जाम लगा। लोगों को खासी परेशानी होने के साथ दुकानदारों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। शहर में रीवा रोड बीटीआइ, सेमरिया चौराहा से कृष्णनगर मार्ग, पूरा बाजार क्षेत्र और धवारी जहां भी देखा वाहनों की लंगी सुबह 10 बजे से शुरु हुए जाम के हालात दोपहर 12 बजे तक पीक में पहुंच गया फिर तीन बजे के बाद ही लोगों को राहत मिल पाई।
ट्रैफिक मैनेजमेंट में फेल रही पुलिस
नामांकन के अंतिम दिन मुख्य पार्टियों की सभा, रैली व रोड शो की जानकारी पुलिस प्रशासन को पहले से थी। अनुमान लगाया जा रहा था कि शहर में बीस हजार से ज्यादा लोग और सैकड़ों वाहन प्रवेश करेंगे बावजूद इसके यातायात प्रबंधन नहीं किया गया। बीटीआइ में बड़ी सभा के चलते दोपहर साढ़े 12 बजे वाहनों का दबाव फ्लाईओवर तक पड़ रहा था। यहां यातायात व्यवस्था देखने सिर्फ तीन पुलिसकर्मी मशक्कत करते दिखे। भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों की रैली जब सेमरिया चौक से कृष्णनगर होते निकली उस दौरान भी रास्ते में जिला अस्पताल तक पुलिस व्यवस्था नजर नहीं आई।