सतना. एक सप्ताह से कोहरा व हाड़ कंपाती ठंड के बीच रात में हुई रिमझिम बारिश से सर्दी का प्रकोप और बढ़ गया है।शनिवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे।बारिश धुंध के बीच जिले में पहाड़ सा मौसम लोगों को लुभाने के साथ दिनभर कंपकंपाता रहा। दिन में धूप न निखरने के कारण अधिकतम तापमान 3 डिग्री की गिरावट के साथ 17.8 पर आ गया। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच 6 डिग्री नीचे दर्ज होने के बाद शाम को एक बार फिर से पूरा जिला शीतलहर की चपेट में आ गया। सर्द हवाएं चलने से दिन हो या रात लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही।
बारिश से फसलों को फायदा
एक सप्ताह से आसमान में छा रही धुंध बीती रात बादल बनकर बरस पड़ी। रात ढाई बजे से सुबह 8 बजे के बीच शहर सहित जिलेभर में रिमझिम बारिश दर्ज की गई। इससे सुबह कुहासे के बीच सर्दी का सितम और बढ़ गया। जनवरी में हाड़कंपाती ठंड व मावठ ही बारिश को रबी की फसलों खासकर गेहूं की फसल के लिए लाभप्रद माना जा रहा है। तो वहीं कुहासा व बादल छाने से सब्जी फसलों गोभी, मटर व आलू की फसल के को नुकसान हुआ है। गोभी के फूल खराब हो रहे है तो वही फसल में माहू का प्रकोप बढ़ गया है। एक सप्ताह से धूप निखरने के कारण टमाटर व आलू की फसल में पाला लगने का खतरा बढ़ गया है।
वर्जन
कड़ाके की ठंड रबी की फसलों के लिए लाभप्रद है। रात में हुई हल्की बारिश से सभी फसलों को लाभ होगा। एक सप्ताह से धूप न निखरने व बादल छाने से सब्जी फसलों को कुछ नुकसान हुआ है। इस मौसम में फसलों को पाले से बचाने किसानो को दलहनी व सब्जी फसलों की हल्की सिचाई करना चाहिए।
डा. आरएस नेगी, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक