सिवनी. अरे वह देखो बंदर…। प्रियांशु तालाब के उस पार नीलगाय दिख रही है। अंकल यह पेड़ किस चीज का है। उत्सुकतावश विद्यार्थियों का समूह शुक्रवार को पेंच में कुछ इसी तहर सफारी के दौरान गाइड व पुलिस अधिकारियों से पूछते नजर आए। विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी उन्होंने दिए।
स्टूडेंट पुलिस कैडेट के करीब १२० विद्यार्थियों का सपना पेंच टाइगर रिजर्व के भ्रमण के बाद पूरा हुआ। उन लोगों ने पेंच का नजारा देखा। चीतल, सांभर, बंदर, सूकर, नीलगाय, मोर, जंगली मूर्गा आदि को खुले में विचरण करते देखकर आश्चर्य व्यक्त किए। विभिन्न पेड़-पौधे और वन्यप्राणियों के पगमार्क भी देखे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल प्रसाद खांडेल के नेतृत्व में उर्दू स्कूल, तिलक स्कूल, महात्मा गांधी व शासकीय एमएलबी उ.मा. कन्या शाला के करीब १२० विद्यार्थियों को पेंच में सफारी कराई गई। उनको वन व पर्यावरण के बारे में बताया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खांडेल ने कहा कि विद्यार्थियों को वन्यप्राणी संरक्षण और वन का मानव जीवन में क्या महत्व है। इसके बारे में बताया गया। उनको पेंच में वन्यप्राणी कैसे विचरण करते हैं। पेंच का बफर और कोर एरिया क्या होता है? इसके बारे में जानकारी दी गई। कहा कि शासन की योजना के तहत उक्त शासकीय स्कूल के बच्चो को पुलिस कार्यालय, थाना व उद्योग स्थल का निरीक्षण पूर्व में कराया गया है। इसके बाद उनको वन व वन्यप्राणियों से रूबरू कराने के लिए पेंच का भ्रमण कराया गया। इसके पूर्व भ्रमण के दौरान बच्चों ने वन्यप्राणियों और पेड़-पौधों को देखकर उनके प्रति अधिक से अधिक जानने की जिज्ञासा प्रकट की, जिसकी जानकारी देकर गाइड व पुलिस अधिकारियों ने उनकी जिज्ञासा को शांत किया। अलीकट्टा मे विद्यार्थियों को स्वल्पाहार कराया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने वहां पर हाथी का दीदार किया। इस अवसर पर उक्त स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं के अलावा कोतवाली टीआई अरविंद जैन, कुरई टीआई केएस बघेल आदि उपस्थित रहे।