चौमूं. नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को सभापति विष्णुकुमार सैनी की अध्यक्षता व विधायक डॉ.शिखा मील बराला की मौजूदगी में सभागार में आयोजित हुई। उपसभापति किरण शर्मा व आयुक्त दिलीप शर्मा भी मौजूद रहे। साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही। बैठक में विकास के मुद्दों पर चर्चा की तो कई पार्षदों ने कई विकास के कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। बैठक शुरु होने के साथ ही भाजपा पार्षदों ने विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सदन के बीच में बैठकर विरोध जाहिर किया और बाद में सदन छोडक़र सभागार से बाहर भी चले गए। इससे पहले भाजपा पार्षद एक ओर टेबिल थपथपाकर विरोध जाहिर करते रहे तो दूसरी ओर सभापति विकास कार्यों के प्रस्ताव पारित करते रहे। भाजपा पार्षदों ने एजेंडे की प्रतियां भी सदन में उछाली। इस दौरान सडक़ों के बीच डिवाइडरों में लगाई तिरंगा लाइटों में भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमाया रहा। सभापति और भाजपा पार्षदों के बीच भ्रष्टाचार की बात पर नोंकझोंक हुई। सभापति का कहना था कि यदि भ्रष्टाचार हुआ है तो जांच में सत्यता सामने आ जाएगी। नगर परिषद में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं है। समान रुप से एवं नियमों के तहत विकास कार्यों करवाए जा रहे है। इस दौरान विधायक डॉ.बराला ने आपसी तालमेल बनाकर शहर का चहुंमुखी विकास कराने पर जोर दिया। उन्होंने सदन में भाजपा पार्षदों के बीच में छोडक़र चले जाने पर भी कटाक्ष किया।
सुबह करीब 11.15 बजे नगर परिषद के सभागार में साधारण सभा की बैठक शुरू की गई। विकास कार्यों की चर्चा के साथ ही भाजपा पार्षद सदन के बीच में फर्श पर बैठ गए और विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप लगाते हुए विरोध किया। भाजपा पार्षद गजेन्द्र यादव, संदीप शर्मा, राहुल शर्मा, बाबूलाल सैनी, बाबूलाल यादव, मातादीन अग्रवाल, मुकेश सिद्ध, सुनील अग्रवाल आदि का आरोप था कि तिरंगा लाइट, सडक़ों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है। करीब आधे घंटे तक किए विरोध के बाद भाजपा पार्षद नारे लगाते हुए सदन से बाहर आ गए। इस बीच उन्होंने एजेंडे की प्रतियां सदन में उछाली। इस बीच सभापति सैनी ने नगर परिषद परिक्षेत्र कराए जाने वाले विकास कार्यों के प्रस्ताव भी पारित किए गए। पार्षद महेन्द्र कुमावत ने कहा कि उनकी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। अस्थाई कर्मचारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि संपर्क पोर्टल पर मिथ्या जवाब दिया जाता है। कर्मचारी की शिकायत पर सभापति सैनी ने सदन में कर्मचारी शुभम शर्मा को हटाए जाने को लेकर प्रस्ताव पारित किया। पार्षद ममता कुमावत ने बंदरों को पकड़वाने की मांग की है। इस मौके पर पार्षद रजनी शर्मा, संतोष गुलिया, रुकिया खां, शंकर जांगिड़, रमेश सैनी, आशीष यादव, महेश यादव, हनुमान सहाय नटवाडिया, सीताराम जीतरवाल, कुसुम भातरा, सायर सैनी, उत्तम गोठवाल, अनिल सैनी, राधिका सैनी सहित कई पार्षद मौजूद रहे।(कासं/निसं)
तिरंगा लाइटों का यह है मामला
शहर में पिछले साल सडक़ों पर तिरंगा लाइट लगाई गई थी। तिरंगा लाइटों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा पार्षदों ने ही डीएलबी में शिकायत की थी। शिकायत पर पहले तत्कालीन ईओ, एईएन, जेईएन निलंबित भी हुए थे। भाजपा पार्षद संदीप शर्मा व गजेन्द्र यादव ने जांच में गति लाने को लेकर पुन: शिकायत की बात कही है। इधर,ख् सभापति सैनी ने कहा कि तिरंगा लाइटों की जांच प्रक्रिया स्वायत्त शासन विभाग में चल रही है। जांच पूर्ण होने पर सत्यता सामने आ जाएगी।
पानी की समस्या पर परिषद दें ध्यान
सभा के दौरान कांग्रेस पार्षद महेन्द्र लांबा ने कहा कि नगर परिषद की ओर से परिक्षेत्र में सडक़ों, नालियों सहित अन्य चहुंमुखी विकास कराया जा रहा है। जबकि शहर में मुख्य रुप से जनता पानी को लेकर त्रस्त है। आमजन को पानी उपलब्ध कराए जाने पर भी ध्यान देने की जरूरत है। हर वार्ड में दो बोरिंग कराए जाने का सुझाव भी दिया गया।
सत्ता में भाजपा, फिर भी कार्रवाई नहींभाजपा पार्षदों की ओर से विकास में भ्रष्टाचार के आरोप पर सदन में कटाक्ष करते हुए कांग्रेस पार्षद लांबा ने कहा कि अभी भाजपा शासन है। भ्रष्टाचार का आरोप एवं विरोध भी भाजपा पार्षद कर रहे है। फिर भाजपाई पार्षद भ्रष्टचार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करवा पा रहे है।
लोगों की आस्था को पहुंच रही ठेस
सदन में पार्षद धीरेन्द्र सैनी ने कहा कि परिषद की ओर से कचरा निस्तारण डिपो हाईवे के पास मंदिर के नजदीक बना रखा है। नियमित कचरा नहीं उठाए जाने से बदबू आती रहती है।