महानगर और उपनगरीय आबादी के लिए खुशखबरी है कि नव संचालित किलांबाक्कम बस टर्मिनस से चेन्नई एयरपोर्ट को मेट्रो रेल से जोड़ने की कोशिश में पहली सीढ़ी चढ़ी गई है। अगर तकनीकी और अन्य पहलू सही बैठे तो यह इन हवाई और सड़क यातायात की ये दो धुरियां वातानुकूलित मेट्रो परिवहन से जुड़ जाएंगी।
बता दें कि जब पूर्ववर्ती अन्नाद्रमुक शासन में किलांबाक्कम में नए बस अड्डे के निर्माण की घोषणा हुई थी, तब ही इसे मेट्रो से कनेक्ट करने का भी तत्कालीन सीएम ईके पलनीस्वामी ने आश्वासन दिया। हालांकि इन सालों में इस परियोजना को लेकर कोई खास प्रगति नहीं हुई। ऐसे में एआइआइबी (एशियाई इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक) की टीम चेन्नई में चल रहे मेट्रो रेल के दूसरे चरण के अमलीकरण की प्रगति का निरीक्षण करने पहुंची है। बता दें कि यही बैंक मेट्रो परियोजना को वित्त उपलब्ध करा रही है।
प्रारंभिक अध्ययन
बैक की टीम ने शुक्रवार को द्वितीय चरण को ऋण देने का विश्वास दिलाने के साथ ही मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन तथा वाया ताम्बरम, किलांबाक्कम तक मेट्रो रेल बिछाने की राज्य सरकार की पेशकश के तकनीकी पक्ष का प्रारंभिक अध्ययन शुरू किया है। इसी टीम ने पूंदमल्ली से नए प्रस्तावित हवाईअड्डे परंदूर और कोयम्बेडु से आवड़ी तक मेट्रो रेल की संभावनाओं का भी शुरुआती निरीक्षण किया। अन्य बहुराष्ट्रीय बैंक भी इसी प्रकार की रुचि दिखा रहे हैं।
अधिकारियों से चर्चा
इससे पहले बैंक की टीम ने सीएमआरएल के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद हुए निरीक्षण में सीएमआरएल के निदेशक (परियोजनाएं) टी. अर्जुनन, बैंक के प्रोजेक्ट टीम लीडर वेन्यू गु, वरिष्ठ वित्तीय प्रबंधन विशेषज्ञ यी गेंग, परियोजना सलाहकार मोहयुन चो, बैंक के वरिष्ठ सामाजिक विकास विशेषज्ञ शिवराम कृष्ण शास्त्री ज्योसुला, सीएमआरएल की मुख्य महाप्रबंधक (योजना और डिजाइन) रेखा प्रकाश, मुख्य महाप्रबंधक (ट्रैक और एलिवेटेड निर्माण) एस. अशोक कुमार और अन्य अधिकारी साथ थे।