जयपुर. राजस्थान में पर्यटन गतिविधियों को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। जयपुर, उदयपुर और जोधपुर के बाद कोटा में भी पर्यटकों को लुभाने के प्रयास हो रहे हैं। यहां पूरे शहर में सुनहरी विद्युत साज सज्जा की गई है। कोटा में प्रवेश करते ही जब पहला चौराहा आता है तो हर कोई सोने री धरती जठे, चांदी रो आसमान…गीत गुनगाने लगता है। कोटा के नयापुरा इलाके में सभी इमारतों का रंग एक जैसा है और रोशनी भी एक जैसी सुनहरी नजर आती है। यहां स्वामी विवेकानंद की विशालकाय मूर्ति स्थापित की गई है। पिछले चार साल में कोटा शहर में करीब 4 हजार करोड़ रुपए के निर्माण कार्य हुए हैं। कोटा देश के स्मार्ट सिटी मिशन में भी शामिल है। यहां रिवरफ्रंट, ऑक्सीजोन, सेवन वंडर्स पार्क, आकर्षक अंडरपास गार्डन और चौपाटी हर किसी का ध्यान खींचती है। कोटा निवासी और लंबे समय ये बेंगलुरु में रह ही सीए अंजली ने बताया कि लंबे समय बाद जब वे कोटा आई हैं तो यहां बहुत कुछ बदला-बदला नजर आया। नयापुरा चौराहा देखकर ऐसा लगा कि जैसे मैं किसी दूसरे शहर में आ गई हूं। वहीं ईशा वर्मा ने कहा, कोटा अब पर्यटकों को लुभाने लगा है। यहां सुबह-सुबह बस स्टैंड पर अपने परिचित को छोड़ने आए रेलवे के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अनुभाग अभियंता राजेन्द्र नामदेव ने कहा, कोटा का स्वरूप बदल गया है। शहर की यातायात व्यवस्था में अभी और सुधार करने की जरूरत है।