उज्जैन. उज्जैन दक्षिण विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार बनने के बाद डॉ. मोहन यादव मंगलवार सुबह देव-दर्शन के लिए निकले। सबसे पहले शिप्रा नदी पहुंचकर स्नान किया। इस दौरान नदी में जमा गंदगी की सफाई की। सफाई करने के वीडियो पोस्ट होते ही कांग्रेस ने नौटंकी करार दिया तो लोगों ने शिप्रा की सुध लेने की बात कही।
डॉ. मोहन यादव मंगलवार सुबह अपने साथियों के साथ शिप्रा नदी स्नान करने पहुंचे थे। यहां नदी में डुबकी लगाते इससे पहले ही घाट पर गंदगी दिखाई दी। इस पर नदी में जमा गंदगी को हटाना शुरू किया। साथियों ने भी इनकी मदद की। शिप्रा स्नान के बाद डॉ. यादव ङ्क्षचतामण गणेश व अन्य मंदिरों के दर्शन के लिए निकले। बाद में उन्होंने फेसबुक, ट्वीटर पर शिप्रा नदी में स्नान व सफाई करने का वीडियो व फोटो पोस्ट किए। इसके वायरल होते ही कांग्रेस हमलावर हो गई और इसे नौटंकी करार दिया। वहीं पोस्ट पर कई लोगों ने डॉ. यादव के कार्य की सराहना की तो कुछ का कहना था कि अब शिप्रा नदी की सुध ली जाए।
यादव निकालते हैं शिप्रा परिक्रमा यात्रा
शिप्रा नदी की स्थिति भले ही बीते वर्षों मेंं नहीं सुधरी है लेकिन शिप्रा नदी के उद्धार को लेकर डॉ. मोहन यादव हर साल शिप्रा परिक्रमा यात्रा निकालते रहे हैं। पिछले महीनों में उन्होंने शिप्रा नदी पहुंचकर शिप्रा जल का आचमन भी किया था।
&भाजपा को 18 साल में शिप्रा नदी को शुद्ध करने की कभी याद नहीं आई। इतने वर्षों में भाजपा सरकार ने शिप्रा को स्वच्छ करने के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है। मोहन जी चुनरी यात्रा निकालते हैं, लेकिन कभी उन्होंने स्वच्छ शिप्रा के लिए प्रयास नहीं किया। अब टिकट मिली है तो शिप्रा स्नान कर साफ करने की नौटंकी कर रहे हैं। जब शिप्रा में गंदे नाले का पानी मिला था, तब कहां थे। मां शिप्रा को कांग्रेस की कमलनाथ सरकार आने पर ही स्वच्छ किया जाएगा।
रवि भदौरिया,
शहर अध्य्क्ष, कांग्रेस