सुबह करीब 6.30 बजे की घटना, दोपहर में पड़ोसियों ने दी पुलिस को सूचना
उज्जैन. बडनग़र में सोमवार को हृदय विदारक हादसा हुआ। चार्जिंग पर लगे मोबाइल फोन पर 50 वर्षीय व्यक्ति वीडियो देख रहे या फोन चला रहे थे कि अचानक बैटरी में ब्लास्ट हो गया। व्यक्ति के सीने और गले में मोबाइल फोन के तार सहित छोटे-छोटे पाट्र्स घुस गए, जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। एफएसएल एक्सपर्ट के अनुसार घटना सोमवार सुबह 6.30 बजे के आसपास की है, हालांकि पड़ोसियों से पुलिस को इसकी जानकारी दोपहर में लगी। दोपहर में शव का पीएम करवा उसके परिजन को सौंपा। पुलिस ने मोबाइल ब्लास्ट की जांच शुरू की है। प्रारंभिक तौर पर पुलिस का कहना है कि मोबाइल में ब्लास्ट के अलावा और कोई कारण नहीं हो सकता क्योंकि घर में कुछ भी विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। मोबाइल के कई टुकड़े घर में बिखरे मिले हैं।
बडनग़र टीआइ मनीष मिश्रा ने बताया कि दयाराम बारोड (50) पिता रणछोड़लाल बारोड घर में अकेले रहते थे। उनकी पत्नी नहीं है और बेटा-बहू अलगरहते हैं। दोपहर में उनके पड़ोसियों ने सूचना दी कि दयाराम ने सुबह से ही दरवाजा नहीं खोला और किसी की आवाज का जवाब भी नहीं दे रहे हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा तो पता चला कि घटनास्थल पर खून से सना शव पड़ा था। दयाराम के गले में तार और मोबाइल के पाट्र्स घुसे थे। एफएसएल और पुलिस टीम ने मौके से मोबाइल के टुकड़े, चार्जर के अवशेष बटोरे हैं। एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ ने बताया कि घर में विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। ऐसे में आशंका है, मोबाइल से ब्लास्ट हुआ। हालांकि पुलिस और एफएसएल बारीकी से जांच कर रहे हैं।
मोबाइल के खतरे से ऐसे बचें
– चार्जिंग के समय मोबाइल का रेडिएशन हाई रहता है। इससे बैटरी गर्म हो जाती है। गलती से भी ऐसे समय मोबाइल से बात न करें, क्योंकि ब्लास्ट होने की 90 प्रतिशत संभावना बढ़ जाती है।
– कई बार यूजर्स की गलतियों की वजह से बैटरी ओवरहिट हो जाती है। बार-बार चार्ज करने से बैटरी के सेल डेड होते रहते हैं, जिससे फोन के अंदर के केमिकल में चैंजेस होते हैं और बैटरी फट सकती है।
– बैटरी फटने के पहले मिलते हैं संकेत, संभलने की होती है जरूरत।
– फोन की स्क्रीन का ब्लर होना या स्क्रीन पर एकदम डार्कनेस छा जाना।
– फोन बार-बार हैंग होना और प्रोसेसिंग स्लो होना।
– बात करते वक्त फोन नॉर्मल से अचानक ज्यादा गर्म होना।
– बैटरी को एक टेबल पर रखें फिर घुमाकर देखें। यदि बैटरी बीच में से फूली हुई है तो तेज घूमेगी। इसे तुरंत निकाल कर फेंके, यह खतरनाक हो सकता है।
– जिन स्मार्टफोन में इनबिल्ट बैटरी होती है, उन्हें हिट से पहचाना जा सकता है। फोन गर्म हो रहा है तो चेक करवाएं, क्या कारण है गर्म होने के।
– बैटरी को पूरा खत्म न होने दें। पूरी बैटरी खत्म होने पर चार्जिंग में ज्यादा पावर लगता है। इससे ब्लास्ट हो सकता है। 20 परसेंट बैटरी रहते हुए ही फोन को चार्ज करना सही है।
– फेक चार्जर, फेक बैटरी का यूज कभी न करें। जिस ब्रांड का फोन यूज कर रहे हैं, उसका ही चार्जर उपयोग करें।
– पानी में भीगे फोन को चार्जिंग पर न लगाएं और न ही उसे चालू करें।
– डैमेज बैटरी को तुरंत बदले।
– एक्स्ट्रीम टैम्प्रेचर पर फोन को न रखें।
-इसके अलावा खास यह है कि मोबाइल को 100 प्रतिशत चार्ज न करें। बैटरी 80 से 85 प्रतिशत तक चार्ज करना सही है।