उज्जैन. आगर रोड पर शुक्रवार दोपहर हो एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। घट्टिया की तरफ जा रही बस बेकाबू हो गई। बस ने सड$क किनारे दो पहिया वाहनों को चपेट में लिया। गनीमत रही कि बस के सामने लोग नहीं थे तो जनहानि भी हो सकती थी। हालांकि घटना में एक महिला के पैर में चोट आई। घटना में पुलिस ने बस ड्राइवर को गिरफ़्तार कर लिया है।
देवासगेट बस स्टैंड से भानपुरा जा रही बस क्रमांक एमपी 07 पी 0151 कृषि उपज मंडी के पास अनियंत्रित हो गई। बस ने सड़क किनारे खड़े तीन वाहनों को टक्कर मार दी। बस की टक्कर से गाडिय़ां चकानचूर हो गई। इसी दौरान घट्टिया निवासी कृष्णा पति लाखन ङ्क्षसह भी बस की चपेट में आ गई। उनके पैर में मामूली चोट आई। जिसे बाद में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बस के बेकाबू होकर टक्कर मारने के बाद भीड़ जमा हो गई। लोगों ने बस में फंसे वाहनों को निकाला। इस दौरान बस ड्राइवर को भी पकड़ लिया। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। यह गनीमत रही कि हादसे के दौरान राहगीर नहीं आए नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। चिमनगंजमंडी टीआइ आनंद तिवारी ने बताया कि बस घट्टिया की ओर जा रही थी तभी दरगाह के पास अनियंत्रित होकर वाहनों से टकरा गई। वाहनों से टकराने से पहले महिला को भी टक्कर मारी। ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।
आगर रोड पर बसों का आतंक… महिला अधिकारी को कुचला था
यात्री बसों के कारण आगर रोड अब जानलेवा मार्ग बनता जा रहा है। यात्री बसें रेङ्क्षसग कर रही है तो यात्रियों को बैठाने के लिए जहां-तहां रुक रही है। थोड़े दिन पहले ही चामुंडा माता चौराहे पर बीएसएनएल की लेखाधिकारी की बस से टक्कर से मौत हो गई थी। बावजूद इसके व्यवस्था सुधर नहीं रही है। पूरे मार्ग पर दिनभर यात्री बसों का रेलमपेल रहती है और सवारी बैठाने को लेकर होड मची रहती है। जिम्मेदारों ने बसों पर समय रहते कार्रवाई नहीं की तो आगर रोड पर किसी दिन बड़ा हादसा होगा।