विदिशा@अनिल सोनी की रिपोर्ट…
श्रावण मास के आखिरी सोमवार को गुप्तेश्वर मंदिर से भगवान भोले को पालकी में बिठाकर नगर भ्रमण कराया गया। इस दौरान जगह-जगह भगवान भोले का पूजन कर शोभायात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
दोपहर को शोभायात्रा गुप्तेश्वर मंदिर से शुरु हुई। इस दौरान सबसे आगे दो घुड़सवार चल रहे थे। बैंडबाजों पर भगवान भोले के भजन बज रहे थे। भोले की पालकी को श्रद्धालु कंधे पर रखकर चल रहे थे।
रास्ते में पग-पग पर भगवान भोले का पूजन-अर्चन करने श्रद्धालु उमड़े। वहीं जगह-जगह पुष्प वर्षा हुई। एक रथ पर गुप्तेश्वर मंदिर के चित्र के साथ ही नागराज का विशाल कटआउट रखा हुआ था।, जो आकर्षण का केंद्र रहा। शोभायात्रा बजरिया, बड़ाबाजार, तिलकचौक, निकासा होते हुए माधवगंज पहुंची। जहां शिवालय में भगवान भोले का पूजन कर शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए वापस गुप्तेश्वर मंदिर पहुंची। इस दौरान प्रमुख रूप से मंदिर पुजारी शंकरगिरी गोस्वामी, रवि कपूर, मनोज पंजवानी, वेद प्रकाश, संतोष सोनी आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।