
20 to 30 percent seats vacant, still not able to get admission in government colleges
विदिशा. शासकीय और निजी कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया की जटिलताओं और विद्यार्थियों के अंक कम होने के कारण सैकड़ों छात्र-छात्राएं सीएलसी राउंड के बावजूद कॉलेजों में प्रवेश से वंचित रह गए हैं। जबकि जिलेभर के सरकारी कॉलेजों में 20 से 30 प्रतिशत सीटें अभी भी रिक्त हैं। मालूम हो कि कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया के तहत सीएलसी का पहला चरण भी पूर्ण हो चुका है और स्नातक सहित स्नात्कोत्तर कक्षाओं के प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए कई सीटें भी रिक्त हैं। लेकिन छात्र-छात्राओं के कम प्रतिशत होने के कारण सीएलसी राउंड के बावजूद उनका कॉलेजों में प्रवेश नहीं हो सका। वहीं कई विद्यार्थियों के पंजीयन या सत्यापन में देरी के कारण भी वे प्रवेश से वंचित रह गए हैं। जबकि कॉलेजों में 10 से 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाई गई हैं। कॉलेजों में प्रवेश से वंचित रह गए विद्यार्थियों द्वारा कॉलेजों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
गल्र्स कॉलेज में सर्वाधिक 535 सीटें रिक्त
प्रवेश के लिए सबसे ज्यादा छात्राएं शासकीय गल्र्स कॉलेज पहुंच रही हैं। यहां स्नातक और स्नात्कोत्तर की कुल 2 हजार 187 सीटों में से 1 हजार 652 पर प्रवेश हुए हैं और 535 सीटें रिक्त हैं। विषयवार देखा जाए तो बीए की कुल 629 सीटों में से 35 रिक्त हैं। बीसीए 42 में से 40 सीटें रिक्त हैं। बीएससी बॉयो में 200 में से 18 सीटें रिक्त हैं। बीएससी मैथ्स में 119 में से 53 सीटें रिक्त हैं। बीएससी बॉयोटेक में 78 में से 33 सीट, बीएससी कम्प्यूटर104 में से 61, बीएससी प्लेन 61 में से 29, बीकॉम कम्प्यूटर में 123 में से दो सीटें रिक्त हैं। बीकॉम प्लेन में 116 में से 26 सीटें रिक्त हैं। इसी प्रकार स्नात्कोत्तर कक्षाओं में एमएससी फिजिक्स 44 सीटों में से 22 सीटें रिक्त हैं। इसी प्रकार एमए हिंदी में 67 में से 13, एमए सोसलॉजी 69 में से 14, एमए इकॉनोमी 69 मेें से 19, एमए जीओग्राफी 45 में से 13, एमएसडब्ॅल्यू 55 में से 21, एमएससी बॉटनी में कुल 49 सीटों में से चार, एमकॉम में 69 में से चार और पीजीडीसीए में 66 में से 22 सीटें रिक्त हैं।
यह है अन्य शासकीय कॉलेजों की स्थिति
जिला मुख्यालय स्थित शासकीय नवीन कॉलेज में बीए की कुल 195 सीटों में से 26 सीटें खाली हैं। वहीं बीकॉम में 99 सीटों में से 33 रिक्त हैं। जबकि बीएससी में बॉयो की कुल 95 सीटों में से 34 रिक्त हैं और मैथ्स की 31 सीटें रिक्त हैं। इसी प्रकार नटेरन शासकीय कॉलेज में बीए के छह विषय में कुल 100 सीटें हैं। इनमें से 28 रिक्त रह गई हैं। इसी प्रकार शमशाबाद कॉलेज में बीए के विभिन्न विषयों की कुल 280 सीटों में से 240 पर प्रवेश हो चुके हैं। 40 रिक्त हैं। कुरवाई में बीए की कुल 282 सीटों में से 279 पर प्रवेश हुए। बीकॉम और बीएससी की 100-100 सीटों में से 50-50 सीटें रिक्त हैं। इसी प्रकार एमए की 60 में से 30 सीटें रिक्त हैं, एमकॉम में भी यही स्थिति है। एसजीएस पीजी कॉलेज गंजबासौदा में बीए की 99 सीटों में से 27 खाली रह गई हैं। इसी प्रकार बीएससी मैथ्स में आठ सीटें रिक्त हैं इसी प्रकार पीजी के अन्य विषयों में भी पांच से छह सीटें रिक्त हैंं।
पहले आओ, पहले पाओ, आखिरी मौका आज से शुरु
शासकीय और निजी कॉलेज में स्नातक और स्नात्कोत्तर कक्षाओं में प्रवेश से वंचित रह गए अभ्यर्थियों के लिए सीएलसी राउंड के तहत दूसरा और अंतिम अवसर आज मंगलवार से शुरु हो गया है। इसमें पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर प्रवेश दिया जाएगा। इसमें अभ्यर्थियों के अंकों के प्रतिशत पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। जिन्होंने पंजीयन नहीं कराए हैं वे ऑनलाइन पंजीयन और सत्यापन कराकर कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं। वहीं पूर्व में पंजीकृत अभ्यर्थियों को पंजीयन नहीं कराना है। यह प्रक्रिया 12 सितम्बर तक चलेगी।
कॉलेजों में प्रवेश से वंचित रह गए अभ्यर्थियों के लिए सीएलसी के दूसरे राउंड के तहत एक और मौका दिया जा रहा है, जो आज से शुरु हो रहा है। इसमें बच्चों के अंकों के प्रतिशत की बजाए पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर प्रवेश दिया जाएगा।
- डॉ. डीएन श्रीवास्तव, प्राचार्य, शासकीय नवीन कॉलेज, विदिशा
Published on:
03 Sept 2019 06:01 am
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