
सीएम राइज नाम मिलने से स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या हुई दोगुनी
विदिशा. स्कूल में दोनों समय होती प्रार्थना।
जिला मुख्यालय पर शासकीय बरईपुरा स्कूल में सीएम राइज स्कूल का संचालन शुरू हो चुका है। स्कूल में कई तरह के बदलाव व सीएम राइज नाम मिलने से अभिभावकों का रुझान इस स्कूल में प्रवेश दिलाने की तरफ बढ़ा और इस सत्र में विद्यार्थियों की संख्या गत वर्ष की अपेक्षा दोगुनी हो गई है। यह संख्या और भी अधिक बढ़ती लेकिन स्कूल में कक्षों की कमी के कारण लाटरी के जरिए बच्चों को प्रवेश देना पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार सीएम राइज स्कूल में बेहतर व्यवस्था, बेहतर शिक्षक एवं अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने की शासन की मंशा को देखते हुए अभिभावकों ने इस स्कूल में बच्चों को प्रवेश दिलाने में अधिक रुचि दिखाई। यहां विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश के लिए दो-दो तक आवेदन आए पर स्कूल में कक्षों की संख्या को देखते हुए 40-40 विद्यार्थी ही प्रवेश ले पाए हैं। शिक्षकों के मुताबिक स्कूल में गत वर्ष विद्यार्थियों की संख्या करीब 650 थी जो इस सत्र में बढ़कर 650 हो चुकी है।
स्कूल कक्षों की नदियों व पुरा धरोहरों के नाम से पहचान
इस स्कूल में कक्षाएं संचालित होने वाले सभी कक्षाें को नर्मदा, बेतवा, ताप्ती आदि नदियों व जिले के पुरा धराहरों उद्देश्वर, उदयगिरी, हेलियोडोरस आदि पुरा महत्व के नामों से पहचान दी गई है। शिक्षकों का कहना है बच्चे अपने जिले की पुरा धरोहरों को पहचानें, उनसे परिचित हों इसलिए इस तरह के नाम दिए गए हैं। इसके अलावा अब तक रहे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, आदि आवश्यक जानकारियों को भी दीवारों पर अंकित किया गया है।
पहली बार कक्षा 6वीं व 9वीं में बालिकाओं का प्रवेश
स्कूल की उप प्राचार्य डॉ. दीप्ति शुक्ला ने बताया कि स्कूल में कक्षा एक से पांचवीं तक यहां बालिकाओं का प्रवेश रहता था। पहली बार स्कूूल में कक्षा छठवीं एवं नवीं में बालिकाओं ने स्कूल में प्रवेश लिया है। इसमें नवीं में 20 एवं कक्षा छठवीं में 13 बालिकाओं ने प्रवेश लिया जबकि अभी कक्षा 11वीं में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि स्कूल में काफी बदलाव हुआ है। सुरक्षा की समुचित व्यवस्था है यहां पांच सुरक्षा गार्ड एवं अनावश्यक लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंध है। पूरे समय शिक्षकों की निगरानी में स्कूल है। इसलिए अभिभावकों का विश्वास शिक्षा एवं सुरक्षा के प्रति बढ़ा और स्कूल में बालिकाओं का प्रवेश शुरू हुआ है।
पांच कक्षों की कमी, प्रयोगशाला कक्ष में होना है छत की मरम्मत
मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल मे अभी पांच कक्षों की कमी महसूस की जा रही है। यहां प्रयोगशाला में छत से पानी टपकता है। इसकी मरम्मत की जरूरत है। वहीं लायब्रेरी, ड्राइंग, पेंटिंग, प्राचार्य कक्ष आदि के लिए कक्षों की जरूरत है और इस दिशा में प्रयास भी शुरू किए गए है।
60 का स्टॉफ, चयनित स्टॉफ में मिले 25
सीएम राइज स्कूल के लिए स्वीकृत स्टॉफ 60 का है, लेकिन स्कूल को अभी सीएम राइज के लिए चयनित स्टॉफ 25 का मिला है। जबकि इस स्कूल पूर्व से पदस्थ करीब 15 शिक्षकों का स्टॉफ उपलब्ध है और सभी के सहयोग से 17 जून से प्रवेशोत्सव के साथ स्कूल में अध्ययन कार्य शुरू हो चुका है। दोनों वक्त स्कूल में प्रार्थना कराई जा रही और बच्चों से संवाद भी किया जाता है। बच्चों की हर तीन दिन में समीक्षा की जा रही जिसमें बच्चों के अच्छे होमवर्क, कक्षा में उपिस्थति के आधार पर रेटिंग निकाली जाएगी एवं हर माह अच्छी उपिस्थति व होमवर्क आदि के आधार पर उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने अन्य पहल भी की जा रही है।
वर्जन
शिक्षा की गुणवत्ता एवं प्रबंधन पर अधिक ध्यान दिया जा रहा हैं। स्कूल में पेयजल, स्वच्छता के साथ ही सुरक्षा के भी अच्छे इंतजाम किए जा चुके हैं। पूरे समय कक्षाएं संचालित हो और हर दिन बच्चों की बेहतर उपिस्थति हो इस पर सभी का ध्यान केंद्रित किया गया है। जो कमियां उसे समय रहते पूरा कर लिया जाएगा।
-के. सिंह प्राचार्य, जीएम राइज स्कूल, बरईपुरा
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Published on:
10 Jul 2022 01:20 am
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