26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सद्गुरु जग्गी वासुदेव के साथ नदी बचाओ अभियान में पहुंचे मुख्यमंत्री- बोले बेतवा बन चुकी है बरसाती नाला

ईसा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव नदी बचाओ अभियान में विदिशा पहुंचे। उन्होंने अभियान में सहभागी बनने का अनुरोध किया।

2 min read
Google source verification
jaggi ji at betwa

विदिशा। ईसा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने रंगई के बेतवा तट पर कहा कि नदियों का सूखना कोई मजाक नहीं है। ये बहुत गंभीर विषय है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने नर्मदा बचाने का अभियान शुरू किया था, अब विदिशा भी कमर कस ले और विदिशा वासी बेतवा को बचाने के लिए निकल पड़ें।

उन्होंने कहा कि बेतवा बरसाती नाला बन चुकी है, थोड़े समय बाद बेतवा में पानी नहीं बचेगा। इसलिए विदिशा संकल्प ले और बेतवा को बचाने के लिए निकल पड़े। यहां मुख्यमंत्री ने बेतवा नदी के लिए लोगों को सड़कों पर निकलने को कहा और बेतवा को बचाने का संकल्प दिलाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सद्गुरु बहुत बड़े संत हैं और वे नदी बचाने का संकल्प लेकर निकले हैंं। नदियां तभी बच सकती हैं जब उसके 1—1 किमी के दायरे में सघन पौधे रोपे जाएं। सरकारी जमीन पर तो पेड़ लगाएंगे ही,लेकिन किसान अपनी जगह पर भी पेड़ लगाएं। इसके लिए सरकार किसानों को अनुदान देगी और तीन साल में फल आने तक किसानों को मुआवजा भी दिया जाएगा।

सद्गुरू जग्गी ने कहा कि मेरी हिन्दी बहुत अच्छी नहीं, इसलिए मंै अंग्रेजी में बोल रहा हूं। इसके बाद उनके अंग्रेजी भाषण का हिन्दी में अनुवाद किया जाने लगा। उन्हेांने कहा कि विदिशा के कुछ लेाग मुझे पिछले पांच साल से यहां आने के लिए ब्लैकमेल कर रहे थे, देखो आज नदी दिवस पर मैं यहां मौजूद हूं। उन्होंंने नदी बचाओ अभियान से जुडऩे का आव्हान करते हुए कहा कि आप परिवार में पति, पत्नी, बच्चों से भी ज्यादा अपने फोन को प्यार करते हो। इसी का चेहरा रात-दिन देखते हो।

फिर ऐसा करो कि जहां कहीं भी नदी के पास हो वहां नदी के साथ सेल्फी लेकर नदी का नाम और उसकी दशा का संक्षिप्त विवरण लिखकर अभियान के एफबी पेज पर सेंड करो। जग्गी ने कहा कि नदियों का सूखना कोई मजाक नहीं है, यह बहुत गंभीर विषय है। हालांकि मप्र सरकार सबसे इस अभियान में सबसे ज्यादा मददगार रही है। परिवर्तन तो लाना पड़ेगा। हम जो नीति बनाएं वह समावेशी हो, टुकड़ों में नीतियां कारगर नहीं होतीं। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।

इससे पहले जग्गी, सीएम शिवराज सिंह सहित साधना सिंह ने बेतवा नदी की पूजा की। इस अवसर पर वात्सल्य स्कूल के बच्चों ने मंच पर आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। रंगई से विदा हुए जग्गी ने खुद अपनी गाड़ी ड्राइव की, जिसमेें सीएम और उनकी पत्नी भी सवार थे।

वहीं रंगई हनुमान मंदिर से सड़क के दोनों ओर युवाओं, विद्यार्थियोंं और शिक्षकों ने नदी बचाओ के पोस्टर दिखाकर जग्गी का अभिवादन किया। ईदगाह चौराहे पर सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों ने बड़ी संख्या में शंख उद्घोष, नृत्य और बैण्ड के साथ उनका स्वागत किया। सरस्वती की सात छात्राओं ने नदी रूप रखकर नृत्य किया। यहां खुद जग्गी और सीएम ने उतरकर बच्चों का हौंसला बढ़ाया।