26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गंदगी देख नाले में उतरे कलेक्टर, फावड़ा लेकर साफ की गटर; नाली का मलवा भी ढोते रहे

विदिशा में सफाई के लिए चलाया जाएगा अभियान। कलेक्टर ने सफाई अभइयान के पहले खुद ही साफ किए नाले।

2 min read
Google source verification
ias

गंदगी देख नाले में उतरे कलेक्टर, फावड़ा लेकर साफ की गटर; नाली का मलवा भी ढोते रहे

विदिशा . मध्यप्रदेश कई जिलों में बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली तो दूसरी तरफ बारिश समस्या भी बन गई। कई जगह जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। बारिश के दौरान विदिशा जिले में जल भराव की स्थिति को रोकने के लिए खुद जिले के कलेक्टर सामने आए। जिले के कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह शनिवार की सुबह खुद नालियों को साफ करने के लिए नालियों में उतरे और फावड़ा लेकर नालियों की सफाई की। इस दौरान उन्होंने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना सभी लोगों को कर्तव्य है।

सफाई के लिए चलाया जाएगा अभियान

कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह का कहना था कि बारिश के पूर्व अभियान चलाकर शहर के नाले-नालियों को साफ किया जाएगा। जिसमें जनप्रतिनिधियों के अलावा क्षेत्र के रहवासी भी जनभागीदारी निभाएंगे। अब तक शहर के नाले नालियों की सफाई नहीं हो पाई है। जिसके कारण निचली बस्तियों में जलभराव का खतरा बना हुआ है। इसी स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने सफाई अभियान शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। सफाई अभियान के पहले दिन कौशलेंद्र सिंह खुद सफाई अभियान में शामिल हुए।

इसे भी पढ़ें- पहली बारिश से शहर हुआ तरबतर, लोगों ने कहा- खुशी मनाएं या मुसीबत झेलें!

कलेक्टर को सफाई करते देख आश्चर्य में पड़े लोग
शनिवार की सुबह शहर के बंटीनगर क्षेत्र के लोग उस समय आश्चर्य में पड़ गए जब कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह अपने अधिकारियों की टीम के साथ नाले में उतरकर नाला साफ करने लगे। कलेक्टर ने नाले में जमा मलवा बाहर निकाला। यही काम उनके साथ एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर, सीएमओ ने भी किया। अधिकारियों ने सिर्फ नाला साफ किया बल्कि वो नाले से निकला मलवा भी ढोते रहे।


शहर के कई नालों ने नहीं हुई सफाई
मौसम विभाग के अनुसार जिले में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन बारिश पूर्व अब तक शहर के कई नालों की सफाई नहीं हो पाई है। जिस कारण से बारिश में ये नाले लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं। जबकि कई नालों को सिर्फ सफाई के नाम पर औपचारिकता की गई है। इसी प्रकार कई नालों पर अतिक्रमण कर लोगों ने पक्के मकान बना लिए हैं। जिस कारण से शहर की कई निचली बस्तियों में इस बार बारिश में फिर पानी भरने की संभावना बनी हुई है।