इस मंदिर का नाम माता खीर भवानी है। ये श्रीनगर से सटे हुए तुलमुला जगह में स्थित है। बताया जाता है कि घाटी में होने वाले बड़े बदलाव या संकट की स्थिति में मां राघन्या के कुंड में पानी का रंग बदल जाता है। मंदिर की देखरेख करने वाले राजेंद्र सिंह के मुताबिक कश्मीर में धारा 370 के लागू होने के समय भी कुंड के जल का रंग बदल गया था। 5 अगस्त को मोदी सरकार की घोषणा से पहले कुंड का पानी काले रंग का हो गया था। मगर अब जल का रंग धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। इसका मतलब यह है कि घाटी में हालात सामान्य हो रहे हैं।
बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कश्मीरी पंडितों ने करवाया था। मगर अशांति के महौल के चलते अब यहां बहुत ही कम लोग आते हैं। यहां ज्यादातर सेना के जवान ही पूजा करने आते हैं। मालूम हो कि साल 2008 में अमरनाथ भूमि आंदोलन, 2010 में उमर अब्दुल्ला सरकार में हिंसा, 2014 में बाढ़ तथा 2016 में हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के समय भी कुंड के पानी का रंग बदल गया था।