23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अगर आपको भी दिखती है अतृप्त आत्माएं, तो इसकी वजह आप ही है, जानें कैसे

ज्योतिषशास्त्र में कहा गया है कि वे कौन से लोग होते हैं जिन्हें नकारात्मक शक्तियों के होने का एहसास होता है।

3 min read
Google source verification

image

Arijita Sen

Oct 06, 2018

spirits

अगर आपको भी दिखती है अतृप्त आत्माएं, तो इसकी वजह आप ही है, जानें कैसे

नई दिल्ली। भूत-प्रेत इन पर किसी का विश्वास हो या ना हो, लेकिन डर सबको लगता है। कुछ जगहें ऐसी होती हैं जहां जाने पर हमें किसी के होने का एहसास होता है। कभी किसी की आवाज सुनाई देती है तो कभी कोई परछाई दिखाई देती है। हालांकि ऐसा सभी के साथ नहीं होता है। कुछ ही लोग ऐसे होते हैं जिन्हें अतृप्त आत्माएं दिखाई देती हैं। अब सवाल यह आता है कि, क्यों ऐसा किसी एक खास इंसान के साथ होता है? क्यों सबको ऐसा महसूस नहीं होता है? आज हम आपको आपके इस सवाल का उत्तर देने जा रहे हैं।

ज्योतिषशास्त्र में इस सवाल का जवाब दिया गया है। इसमें कहा गया है कि वे कौन से लोग होते हैं जिन्हें नकारात्मक शक्तियों के होने का एहसास होता है। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार, राक्षण गण के व्यक्तियों के साथ अकसर ऐसा होता है।

अगर किसी जगह पर नकारात्मक शक्तियों का वास है तो उन्हें सबसे पहले इस बात का एहसास होता है।ऐसे लोग भूत-प्रेत व आत्मा आदि शक्तियों को तुरंत ही भांप जाते हैं। उन्हें लगने लगता है कि किसी स्थान विशेष पर उनके अलावा भी कोई और है।

अब सवाल आता है राक्षस गण क्या है? बहुत लोगों को इस बारे में पता है और बहुतों को इस बारे में कोई ज्ञान नहीं है। आपको बता दें, ज्योतिष शास्त्र में इंसान का विभाजन तीन गणों के आधार पर किया गया है। जिनमें से पहला है देव गण, दूसरा मनुष्य गण और तीसरा राक्षस गण। इंसान का व्यवहार, उसकी प्रवृत्ति, सोच हर चीज पर इनका प्रभाव देखा जा सकता है।

देव और मनुष्य गण को सामान्य माना जाता है जबकि राक्षय गण थोड़ा भिन्न है। राक्षस गण वाले लोगों में एक नैसर्गिक गुण होता है और इसी गुण के चलते उन्हें पता लग जाता है कि उनके आस-पास कोई नकरात्मक शक्ति है या नहीं।

कई बार इन्हें ये शक्तियां दिखाई भी देती हैं, हालांकि इस गण का प्रभाव इस कदर शक्तिशाली होता है कि उन्हें इन सारी चीजों से उतना डर नहीं लगता। हालांकि यह जरुरी नहीं कि अकसर राक्षस गण वाले लोगों के साथ ही ऐसा हो, लेकिन ज्यादातर इस गण के जातकों के साथ ही इस तरह की घटनाएं घटती है।