इसके बाद से ही वह घोड़ा बन गई। स्कॉटलैंड की रहने वाली केट का पूरा बचपन खेतों में घूमते हुए बीता। यह सब करते समय वह सहज महसूस करती थी। इतना ही नहीं, केट सिंगल है, उसकी शादी नहीं हुई है। उसके पिता कोनार्ड उसे समझाते थे कि यह घोड़ों की तरह जीना एक बचपना है, बड़े होकर इसे बदलना होगा।
उसकी बहन सारा ने उसे घोड़े की तरह जीने में पूरा सहयोग दिया। उम्र बढ़ने के साथ अब उसने यह सब छोड़ दिया है। अभी भी उसका लगाव घोड़ों के प्रति बना हुआ है। उसने एक घोड़ा भी पाला था जिसकी मौत हो चुकी है।
अब उसका कहना है कि उसके पालतू घोड़े व उसके पिता की मौत के बाद उसे उनकी आत्माएं बादलों में नज़र आती हैं। अब वह बड़ी हो चुकी है इसलिए अपने बचपन के बरताव को वह पलायनवाद मानती है।