बता दें कि एनी जॉनसन और उनके पति जॉबी कई सालों की तमाम कोशिशों के बावजूद संतान सुख पाने में असफल हो रहे थे। छोटी बहन को बेचैन देख बड़ी बहन क्रिसी ने उनके लिए एक बेहद ही शानदार उपाय रखा, जिससे वे मां बन सकती थी। दरअसल, क्रिसी अपनी छोटी बहन के लिए सेरोगेट मदर बनना चाहती थी। क्रिसी का ये उपाय सभी को पसंद आया और सभी तैयार हो गए। एनी को संतान सुख देने के लिए डॉक्टरों ने सबसे पहले एनी के एग्स कलेक्ट किए और जॉबी के स्पर्म के साथ फर्टिलाइज किया। जिसके बाद दो भ्रूण को एनी की बड़ी बहन क्रिसी में विकसित करने के लिए ट्रांसफर कर दिए।
एनी और क्रिसी का महावारी दौर भी एक ही था, लिहाज़ा डॉक्टर ने एनी को एक आखिरी बार कोशिश करने की सलाह दी..जिसे स्वीकार कर लिया गया। एनी की हामी के बाद डॉक्टरों ने दो भ्रूण उसके शरीर में भी विकसित होने के लिए इम्प्लांट कर दिए। एम्ब्रॉय इम्प्लांटेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक ऐसा चमत्कार हुआ, जिस पर विश्वास करना काफी मुश्किल है। दोनों बहनें एक साथ प्रेगनेंट हुईं। एनी ने बताया कि उन्होंने प्रेगनेंट होने की आखिरी कोशिश की थी, लेकिन किस्मत ने साथ दिया और उनका मां बनने का सालों पुराना सपना पूरा होने जा रहा था।