Ahmedabad Plane Crash Survivor: अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान हादसे (Ahmedabad plane crash)में दो ब्रिटिश भाई, अजयकुमार रमेश और विश्वास (Ahmedabad Plane Crash Survivor) की यात्रा अहमदाबाद से गैटविक के लिए थी, उनका एक दुखद त्रासदी से सामना हुआ। जहाज दुर्घटनाग्रस्त (British brothers in crash) होने के बाद, विश्वास ( Vishwas) तो जीवित बच गए, लेकिन उन्होंने भाई अजयकुमार (Ajay plane crash death) को खो दिया गया। इस हादसे ने परिवार को दोहरी पीड़ा दी है, जहां एक ओर विश्वास (Air India survivor) अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अजयकुमार ( AjayKumar) के लापता होने के कारण परिवार में शोक का माहौल है।
ध्यान रहे कि गुरुवार को एयर इंडिया फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक के लिए उड़ान भरने वाली थी, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विश्वास,अपनी सीट 11 ए पर बैठे थे, चमत्कारिक रूप से बच गए, लेकिन सीट 11जे पर बैठे उनके भाई अजय विमान के विस्फोट में मारे गए। विश्वास का दर्दनाक अनुभव उस समय और बढ़ गया, जब वह अस्पताल में यह गिड़गिड़ाते हुए कह रहे थे, 'अजय को ढूंढो, तुम अजय को ढूंढना ही होगा।'
उस समय विश्वास की हालत गंभीर थी, लेकिन वह जीवित रहे। अस्पताल में उनकी तस्वीरें सामने आईं, जिसमें उनके शरीर पर गंभीर चोटें दिख रही थीं। परिवार की आशा और भय का माहौल इस समय बेहद जटिल था। विश्वास की मां शोक में डूबी हुई थीं और कुछ नहीं बोल पा रही थीं, वहीं परिवार के अन्य सदस्य उन्हें सांत्वना देने के लिए एकत्र हुए थे।
विश्वास के छोटे भाई, नयन कुमार रमेश ने ब्रिटेन में कहा, 'यह चमत्कार है कि उनमें से कम से कम एक बच गया।' नयन ने आगे बताया, 'विश्वास ने हमें बताया कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, और उन्होंने किसी को भी जीवित नहीं देखा। हमें विश्वास ही नहीं हो रहा था। जब हम उसे अस्पताल में देखने पहुंचे तो उसका चेहरा खून से सना हुआ था।'
दुर्घटना के कुछ घंटों बाद, नयन ने बताया कि परिवार ने अजय के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए बहुत कोशिश की। उनका फोन लगातार बजता रहा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। एयर इंडिया ने बाद में पुष्टि की कि विमान में सवार 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति, विश्वास, बच पाया था, जबकि अजय की मौत हो गई थी।
नयन कुमार ने रुंआसे हो कर कहा, 'हम बहुत उलझन में हैं, हम उम्मीद कर रहे थे कि अजय भी बच गया होगा और अस्पताल में होगा, लेकिन बाद में यह दुखद समाचार मिला। हम अभी भी उसे ढूंढने की उम्मीद में थे।'
विश्वास की जान बचने से परिवार में एक ओर शोक और उम्मीद का मिलाजुला माहौल है। एक ओर जहां परिवार का दर्द बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर उनके जीवित रहने पर उनका आभार भी व्यक्त किया जा रहा है। अब परिवार के सदस्य विश्वास के इलाज और अजय की अंतिम यात्रा के लिए तैयारी कर रहे हैं।
अब, जबकि विश्वास की हालत में सुधार हो रहा है, परिवार के सदस्य जल्द ही उनके साथ वापस भारत आने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, अजय की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है, और यह घटना उनके जीवन में हमेशा एक काला धब्बा बनेगी।
यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि एयर इंडिया और भारतीय विमानन उद्योग के लिए भी एक कड़ा सबक है। विमान हादसों के कारण यात्रियों के परिवारों के जीवन में जो तबाही होती है, वह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं बल्कि एक दर्दनाक सत्य है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
दुर्घटना के कुछ घंटों बाद नयन ने बताया कि परिवार अजय के बारे में खबर जानने के लिए बेचैन था, क्योंकि जब उन्होंने फोन किया तो उसका फोन अभी भी बज रहा था।
एयर इंडिया ने बाद में पुष्टि की कि विमान संख्या AI171 पर सवार 242 लोगों में से 241 की दुर्घटना में मृत्यु हो गई - जिसका अर्थ था कि अजय के बचने की सारी उम्मीदें खत्म हो गईं।
Updated on:
13 Jun 2025 06:02 pm
Published on:
13 Jun 2025 06:01 pm