
JNIM terrorists
आतंकवाद दुनियाभर में एक बड़ी समस्या है। दुनियाभर के देशों में आतंकी मामले देखने को मिलते हैं। अफ्रीकी देश भी इनसे अछूते नहीं हैं। पहले ही आपराधिक गतिविधियों से जूझ रहे थे और पिछले कुछ सालों में इन देशों में आतंकवाद भी काफी फैल गया है। अक्सर ही अफ्रीकी देशों में आतंकी हमले देखने को मिलते हैं और अब वेस्ट अफ़्रीकी देश बुर्किना फासो (Burkina Faso) में ऐसा देखने को मिला है। बुर्किना फासो के जिबो (Djibo) शहर में रविवार को सेना के एक ठिकाने पर अल-कायदा (Al-Qaeda) से जुड़े आतंकी संगठन जामा नुसरत उल-इस्लाम वा अल-मुस्लिमीन - जेएनआईएम (Jama'a Nusrat ul-Islam wa al-Muslimin - JNIM) ने हमला किया था। इस हमले के बारे में गुरुवार को आतंकी संगठन ने बड़ा दावा किया है।
जेएनआईएम ने गुरुवार को दावा करते हुए बताया कि रविवार को बुर्किना फासो के जिबो शहर में स्थित सेना के ठिकाने पर किए गए आतंकी हमले में 200 सैनिक मारे गए हैं। पहले यह आंकड़ा 60 बताया जा रहा था, जो अब बढ़कर 200 हो गया है। जानकारी के अनुसार आतंकियों ने सेना के ठिकाने के साथ ही एक पुलिस स्टेशन और मार्केट को भी निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में पास के एक अस्पताल को भी नुकसान पहुंचा।
जेएनआईएम इससे पहले भी बुर्किना फासो में हुए कई आतंकी हमलों की ज़िम्मेदारी ले चुका है। जिबो शहर में स्थित सेना के ठिकाने पर भी पहले कुछ अन्य मौकों पर आतंकी हमले हुए हैं।
बुर्किना फासो में जनता की चुनी सरकार नहीं, बल्कि सेना शासन चलाती है। बुर्किना फासो की सेना को जुंटा भी कहते हैं। इस वेस्ट अफ्रीकी देश में 2022 में सेना ने सरकार से शासन छीनते हुए तख्तापलट कर दिया था। तभी से बुर्किना फासो में सैन्य शासन चल रहा है। पिछले साल ही इस सैन्य शासन की अवधि को 2029 तक करने का फैसला लिया गया था।
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Published on:
16 May 2025 11:59 am
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