
शेख हसीना के भारत में रहने पर बांग्लादेश के नेता रुहुल कबीर रिजवी का बयान। ( फोटो: X)
Rizvi Hasina India: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ( BNP) के वरिष्ठ नेता रुहुल कबीर रिजवी ने शेख हसीना (Rizvi India Hasina) को अपने यहां रखने पर भारत पर खुल कर हमला (Hasina Sabotage India) बोला है। उन्होंने कहा कि भारत (BNP Criticises India) ने फरार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को शरण देकर गलती की है और अब हसीना भारत में बैठ कर बांग्लादेश में तोड़फोड़ और आगजनी (Sheikh Hasina Delhi Shelter) की साजिश रच रही हैं। रिजवी ने नयापल्टन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुस्से भरे लहजे में कहा, “भारत ने एक फरार अपराधी को पनाह दी है और उसे बांग्लादेश के खिलाफ साजिश करने का मौका भी दे रहा है। यह किसी भी लोकतांत्रिक देश का व्यवहार नहीं हो सकता। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।”
रिजवी ने सवाल उठाया कि जो देश खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहता है, वो हसीना को खुलेआम अवैध आदेश देने की इजाजत कैसे दे सकता है? “वो भारत में बैठ कर कह रही हैं – जलाओ, तोड़ो, बर्बाद करो। यह पूरी तरह गैर-कानूनी है। रिजवी ने सवाल उठाया, भारत इसे कैसे बर्दाश्त कर रहा है?” बीएनपी नेता ने साफ किया कि हसीना के ट्रायल पर पार्टी का कोई निर्देश नहीं है, यह कोर्ट और कानून का मामला है।
रिजवी ने पतुाखाली में एक रैली को संबोधित करते हुए अंतरिम सरकार पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार भी हसीना सरकार की तरह विदेशी समझौते करने जा रही है। “अडानी का बिजली समझौता तो गले की हड्डी बना हुआ है। हसीना के समय के सारे समझौते आज भी जनता को रुला रहे हैं। अब चट्टोग्राम बंदरगाह को विदेशी कंपनी को सौंपने की तैयारी की गई है।” उन्होंने अनुपातिक प्रतिनिधित्व (PR) सिस्टम और जनमत संग्रह की योजना पर भी सवाल उठाए। “कई विशेषज्ञ कह रहे हैं कि जनमत संग्रह का कोई कानूनी आधार नहीं है। बिना आधार के कानून थोपने से भविष्य में नया संकट खड़ा हो सकता है।”
रैली में रिजवी ने 7 दिन भूखे रहने वाले बुजुर्ग दंपती अब्दुल गनी जमादार और मोमताज़ बेगम को आर्थिक मदद दी। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के बाद बीएनपी के कार्यवाहक चेयरमैन तारिक रहमान ने तुरंत मदद करने का आदेश दिया था। रिजवी ने कहा, “लोग भूख से मर रहे हैं, डेंगू-चिकनगुनिया फैला हुआ है, आलू किसान रो रहे हैं। लेकिन सरकार विदेशी डील में व्यस्त है।”
बहरहाल हसीना अगस्त 2024 से भारत में हैं। बांग्लादेश लगातार उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है, लेकिन भारत ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। रिजवी का बयान ऐसे वक्त आया है जब ICT ने हसीना को जुलाई विद्रोह में मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराया है। बीएनपी का आरोप है कि हसीना भारत से ही अवामी लीग के कुछ नेताओं को निर्देश दे रही हैं। भारत ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ता हुआ दिख रहा है। रिजवी ने अंत में चेतावनी दी है– “लोकतंत्र का मतलब सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि कानून का सम्मान भी है। भारत को तय करना है कि वो किसके साथ खड़ा हुआ है – बांग्लादेश की जनता के साथ या एक फरार अपराधी के साथ।”
Updated on:
17 Nov 2025 03:23 pm
Published on:
17 Nov 2025 03:20 pm
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