
Boulder attack suspect family detention USA:अमेरिका में बोल्डर हमले के आरोपी आतंकी की पत्नी और बच्चों को हिरासत में लेकर निर्वासन की तैयारी (Boulder attack suspect family detention USA) शुरू की गई है, जबकि उनके पास वैध वीजा था। इस कार्रवाई पर मानवाधिकार संगठनों और कानूनी विशेषज्ञों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका की इमिग्रेशन एजेंसी ICE ने बोल्डर हमले के आरोपी मोहम्मद सबरी सोलिमान की पत्नी और पांच बच्चों को हिरासत में ले लिया है। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब सोलिमान पर मोलोतोव कॉकटेल हमले के आरोप के बाद देशभर में बहस तेज है। अधिकारियों का कहना है कि परिवार को शीघ्र निष्कासन (Expedited Removal) के तहत अमेरिका से बाहर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कोलोराडो के बोल्डर शहर में पिछले सप्ताह हुए एक हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान सोलिमान पर मोलोतोव कॉकटेल से हमला करने का आरोप है, जिसमें 12 लोग घायल हुए थे। इसके बाद FBI ने सोलिमान को संघीय घृणा अपराध और हत्या के प्रयास के तहत गिरफ्तार कर लिया।
जांच के दौरान सोलिमान की पत्नी ने पुलिस को एक मोबाइल फोन सौंपा, जिसमें कथित रूप से उनके पति के संदेश थे। अधिकारियों का मानना है कि यह फोन जांच में बड़ी भूमिका निभा सकता है। हालांकि, सोलिमान का दावा है कि उसने अपने परिवार से कभी भी हमले को लेकर चर्चा नहीं की।
घटना: कोलोराडो के बोल्डर शहर में मोलोटोव कॉकटेल से हमला हुआ था, जिसमें 12 लोग घायल हुए। आरोपी मोहम्मद सबरी सोलिमान को FBI ने संघीय घृणा अपराध और हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया।
परिवार की हिरासत: आरोपी के आरोपी हाथ न आने पर उसकी पत्नी और पांच बच्चों को ICE (इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट) ने हिरासत में लिया और उनकी त्वरित निर्वासन (एक्सपीडाइटेड रिमूवल) प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कानूनी विवाद: परिवार के पास वैध टूरिस्ट वीजा था और उन्होंने शरण के लिए आवेदन भी किया था, लेकिन इसके बावजूद हिरासत और त्वरित निर्वासन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। यह कार्रवाई संवैधानिक और मानवाधिकार नियमों के तहत विवादित मानी जा रही है।
जांच का रुख: पुलिस को परिवार से एक मोबाइल फोन मिला है, जिसमें आरोपी के संदेश हैं, जो जांच में अहम हो सकते हैं। एजेंसियां यह भी जांच रही हैं कि परिवार हमले में पूर्व जानकारी या सहायता तो नहीं दे रहा था।
आलोचना: कई मानवाधिकार समूह और प्रवासन अधिवक्ता परिवार की हिरासत और निर्वासन प्रक्रिया की आलोचना कर रहे हैं, इसे ‘अनुचित और अन्यायपूर्ण’ बता रहे हैं।
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार यह मामला केवल आपराधिक आरोपों तक सीमित नहीं है — कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार के पास वैध टूरिस्ट वीजा था और उन्होंने अमेरिका में शरण के लिए आवेदन भी किया था। इसके बावजूद ICE की त्वरित कार्रवाई ने कई संवैधानिक और मानवाधिकार से जुड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि त्वरित निर्वासन नियम आमतौर पर हाल ही में आए प्रवासियों पर लागू होता है, ना कि कानूनी रूप से रह रहे परिवारों पर।
मानवाधिकार संगठन और आप्रवासन अधिवक्ताओं ने इस कदम को ‘अनुचित’ और ‘मानवाधिकारों का उल्लंघन’ बताते हुए इसे त्वरित और बिना ठोस सबूत के लिए गई कार्रवाई करार दिया है। वहीं, अमेरिकी इमिग्रेशन एजेंसियों का कहना है कि सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए त्वरित कदम उठाना जरूरी था।
इस मामले में अब तक आरोपी मोहम्मद सबरी सोलिमान की गिरफ्तारी के बाद परिवार के साथ हुई इस कार्रवाई पर कानूनी लड़ाई तेज हो चुकी है। आगामी हफ्तों में कोर्ट में परिवार की याचिका पर सुनवाई हो सकती है, जिसमें उनकी हिरासत और निर्वासन प्रक्रिया की वैधता पर फैसला आएगा।
यह मामला अमेरिका में आप्रवासन नीतियों की जटिलताओं और सुरक्षा के बीच संतुलन की चुनौती उजागर करता है। खासकर उन परिवारों के लिए जो वैध वीजा पर रहते हुए भी सुरक्षा जांच के दायरे में आ जाते हैं। इससे यह भी सवाल उठता है कि आतंकवाद या हिंसा से जुड़े मामलों में परिवार की स्वतंत्रता और अधिकारों की क्या भूमिका होनी चाहिए।
अब एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या सोलिमान का परिवार हमले के बारे में पहले से जानता था या किसी प्रकार की सहायता प्रदान की थी। इस बीच, कई मानवाधिकार समूहों और आप्रवासन अधिवक्ताओं ने इस कार्रवाई की आलोचना की है और कहा है कि बिना ठोस प्रमाण के पूरे परिवार को हिरासत में लेना ‘अनुचित और अन्यायपूर्ण’ है।
Updated on:
04 Jun 2025 08:58 pm
Published on:
04 Jun 2025 06:39 pm
