China 5G in villages 2024: चीन में 90% गांवों तक 5G नेटवर्क पहुँच चुका है और इंटरनेट यूजर्स की संख्या 112 करोड़ पार कर गई है। देश की AI और गेमिंग इंडस्ट्री से चीन ने विदेशी बाज़ार में भी भारी कमाई की है।
China 5G in villages 2024: चीन में इंटरनेट का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। चीनी इंटरनेट नेटवर्क सूचना केंद्र (CNNIC) की रिपोर्ट के मुताबिक जून 2024 (Chinese internet users 2024) तक चीन में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 1.12 अरब (112 करोड़ 30 लाख) तक पहुंच चुकी है। देश में इंटरनेट की लोकप्रियता दर अब 79.7% हो गई है, जो यह दिखाता है कि चीन लगभग पूरी तरह डिजिटल हो चुका है। गांवों में भी इंटरनेट तेजी से पहुंचा है। अब चीन के ग्रामीण इलाकों में 5G सेवा 90% गांवों (China 5G villages) में उपलब्ध हो चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इंटरनेट यूजर्स (China AI industry 2024)की संख्या 32 करोड़ 20 लाख पार कर चुकी है, और वहां इंटरनेट की पहुंच 69.2% तक हो गई है। इससे गांवों के लोग भी अब शहरों के साथ डिजिटल युग का लाभ उठा रहे हैं।
इंटरनेट अब उम्र की सीमा को भी पार कर चुका है। इधर 60 साल से ज्यादा उम्र वाले 16 करोड़ 10 लाख बुजुर्ग भी अब नेट का उपयोग कर रहे हैं। इस आयु वर्ग में इंटरनेट की लोकप्रियता दर 52% तक पहुंच चुकी है।
चीन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में भी कमाल कर रहा है। 2024 में चीन का AI कारोबार 7 ट्रिलियन युआन (लगभग 84 लाख करोड़ रुपये) के आंकड़े को पार कर गया है। इस क्षेत्र में हर साल 20% से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
चीन में ऑनलाइन रीडिंग भी बड़ा बाज़ार बन चुकी है। पिछले साल ऑनलाइन साहित्यिक बाज़ार का पैमाना 5 अरब युआन से ज्यादा रहा। देश-विदेश के 35 करोड़ से ज्यादा पाठक अब चीन का डिजिटल कंटेंट पढ़ते हैं।
गेमिंग इंडस्ट्री ने विदेशों में कमाए अरबों 2024 के पहले छह महीनों में चीन के सिर्फ 25 वीडियो गेम्स ने विदेशी बाज़ार से 13,340 करोड़ रुपये की कमाई की। इससे पता चलता है कि चीन की गेमिंग इंडस्ट्री अब वैश्विक स्तर पर नया अवसर तलाश रही है।
चीनी रिपोर्ट में यह दावा कि 90% गांवों में 5G पहुंच चुका है, दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने चीन की तकनीकी प्रगति की सराहना की, वहीं भारत और अन्य देशों की तुलना भी तेज हो गई है।
भारत में अभी भी कई गांवों में नेटवर्क नहीं आता, और चीन 5G पहुंचा चुका है?"
"चीन भले राजनीतिक रूप से विवादास्पद हो, लेकिन तकनीक और डिजिटल बुनियादी ढांचे में उनकी तैयारी काबिले-तारीफ है।"
भारत में भी 5G लॉन्च हो चुका है लेकिन गांवों तक इसकी पहुंच अब भी सीमित है। सरकारी डेटा के मुताबिक 2024 तक केवल कुछ प्रतिशत गांवों में ही 5G का सिग्नल पहुंच पाया है।
भारत की डिजिटल इंडिया पहल तेज़ी से चल रही है, लेकिन चीन की तुलना में गति धीमी है।
भारत में ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट यूजर्स बढ़ रहे हैं, लेकिन 5G इंफ्रास्ट्रक्चर उतनी तेज़ी से विकसित नहीं हो पा रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को गांवों में डिजिटल विस्तार के लिए फाइबर नेटवर्क और लोकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी निवेश करना होगा।
चीन में 60 साल से ऊपर के 16 करोड़ से ज्यादा बुज़ुर्ग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि दुनिया में सबसे बड़ी डिजिटल सीनियर जनसंख्या है। यह दिखाता है कि चीन ने तकनीक को हर उम्र के लिए अनुकूल बना दिया है।
क्या भारत और अन्य देश अपने बुजुर्गों को डिजिटल रूप से सशक्त बना पा रहे हैं ?
क्या स्मार्टफोन, ऐप्स और सरकारी सेवाएं वाकई 60+ आयु वर्ग के लिए सहज हैं ?