13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हो रहा था खाने-पीने के ट्रकों का इंतज़ार, गाजा में फिर हुई गोलीबारी, 45 को मिली मौत

Gaza Aid Attack Israeli Shelling: गाजा इजरायली टैंक से की गई गोलाबारी में 45 नागरिकों की मौत हो गई। दर्जनों घायल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाए गए।

2 min read
Google source verification

भारत

image

MI Zahir

Jun 17, 2025

Gaza food aid shooting

इजरायल की सेना गाजा में खाने का इंतजार कर रहे फिलिस्तीनियों को गोलियों से भून डाला। (फोटो: वाशिंगटन पोस्ट)

Gaza Aid Attack Israeli Shelling: गाजा के दक्षिणी हिस्से खान यूनिस में मंगलवार को एक बार फिर मानव त्रासदी का दृश्य नजर आया, जब सहायता ट्रकों का इंतज़ार कर रहे लोगों पर इजरायल के टैंकों से गोलाबारी (Gaza Israeli attack) हुई। हमास-नियंत्रित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस हमले में कम से कम 45 फिलिस्तीनी मारे गए (Aid seekers killed Gaza) हैं, और दर्जनों घायल हुए हैं। घायलों को गाजा के नासेर अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि मृतकों ((Gaza civilian deaths))की संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पताल में शवों और घायल नागरिकों की भरमार है। सूत्रों के मुताबिक, घायलों में कई नागरिकों की हालत बेहद गंभीर है।

चश्मदीदों और डॉक्टरों ने बताया,सहायता सामग्री की प्रतीक्षा कर रहे थे (Khan Younis shelling)

स्थानीय चश्मदीदों और डॉक्टरों ने बताया कि इज़रायली टैंकों ने खान यूनिस की मुख्य पूर्वी सड़क पर, जहां लोग यूएन और अन्य संगठनों की सहायता सामग्री की प्रतीक्षा कर रहे थे, वहां अचानक गोलाबारी की।

सब कुछ धूल में तब्दील हो गया

गाजा घटनास्थल पर मौजूद एक युवा राहतकर्मी ने कहा: "हम खाने और पानी के लिए लाइन में खड़े थे… अचानक धमाका हुआ और सब कुछ धूल में तब्दील हो गया।"

इज़रायली सेना की चुप्पी

इस दर्दनाक घटना पर इज़रायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। पहले भी ऐसे हमलों के बाद IDF ने "मानव ढाल" या "हथियारों की मौजूदगी" का हवाला दिया है, लेकिन इस बार अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई।

क्षेत्रीय नाराज़गी और वैश्विक चिंता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने घटना को "मानवता के खिलाफ गंभीर अपराध" बताया। तुर्की, कतर और यूरोपीय यूनियन ने तत्काल जांच की मांग की है। भारत सरकार ने "मानव जीवन की हानि पर गहरी चिंता" जताते हुए संयम बरतने की अपील की है।

आखिर क्या और हिंसा बढ़ेगी ?

संभावना जताई जा रही है कि इस हमले के बाद गाजा में स्थिति और तनावपूर्ण हो सकती है। UNRWA (संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी) ने कहा कि "यदि सहायता पहुंचाने वालों पर हमले बंद नहीं हुए, तो मानवीय ऑपरेशन पूरी तरह ठप हो सकता है।"

ट्रकों की सुरक्षा क्यों नहीं थी पुख्ता ?

गाजा में मानवीय सहायता को लेकर पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि यदि यह क्षेत्र संघर्ष के बीच है, तो लोगों को बिना सुरक्षा इंतज़ार करने क्यों दिया गया ? एक पूर्व यूएन अधिकारी ने बताया कि "बिना कोरिडोर सुनिश्चित किए अगर सहायता ट्रक भेजे जाते हैं, तो यह भी एक तरह की लापरवाही है।"

ये भी पढ़ें:Iran-Israel War: ईरान और इजरायल में था पहले दोस्ताना ! इस घटना के बाद से बने एक दूसरे के जानी दुश्मन