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चीन-यूरोपियन कमीशन के रिश्तों में नया मोड़: वॉन डेर लेयेन ने बीजिंग में कही ये बड़ी बात

EU-China relations at inflection point : वॉन डेर लेयेन ने बीजिंग में कहा कि EU‑China संबंध अब एक निर्णायक मोड़ पर हैं, व्यापार असंतुलन और भू-राजनीतिक तनाव प्रमुख कारण हैं।

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Jul 24, 2025
बीजिंग में आयोजित तनावपूर्ण चीन-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में बनावटी हंसी। फोटो: X Handle S.L. Kanthan

EU-China relations at inflection point: यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन (von der Leyen China pivot) ने बीजिंग में आयोजित एक दिन के शिखर सम्मेलन (EU‑China summit 2025) के बाद कहा कि यूरोपीय संघ और चीन (EU trade deficit China) के बीच व्यापारिक रिश्ते अब एक "निर्णायक मोड़" पर पहुँच चुके हैं। उन्होंने यह बात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping )और प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ एक गंभीर बैठक के बाद कही। वॉन डेर लेयेन ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यूरोपीय नेताओं ने चीनी (China rare earth export EU) नेतृत्व के सामने व्यापार, निवेश और वैश्विक राजनीति से जुड़ी चिंताओं को स्पष्ट रूप से रखा। हालांकि कुछ मुद्दों पर समाधान की दिशा दिखी, फिर भी कई विषयों पर गहराई से बातचीत की आवश्यकता बनी हुई है। दोनों पक्षों ने जलवायु पर एक साझा वक्तव्य जारी किया, लेकिन व्यापार और सुरक्षा मसलों पर व्यापक मतभेद हैं। तनाव के कारण सम्मेलन एक दिन का कर दिया गया।

चीन से रूस पर दबाव डालने की अपील

यूरोपीय संघ के नेताओं ने चीन से यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस पर दबाव डालने का अनुरोध किया। वॉन डेर लेयेन ने जोर देकर कहा कि इस संघर्ष को रोकने के लिए बातचीत और समाधान की ईमानदार कोशिश जरूरी है।

व्यापार घाटे और औद्योगिक क्षमता बनी विवाद की वजह

यूरोपीय संघ और चीन के बीच पिछले वर्ष 305.8 अरब यूरो का व्यापार घाटा हुआ, जिससे यूरोपीय देश चिंतित हैं। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य वस्तुओं पर चीन की अधिक उत्पादन क्षमता पर सवाल उठाया।

यूरोपीय कंपनियों को चाहिए खुला बाजार

वॉन डेर लेयेन ने कहा कि चीन में यूरोपीय कंपनियों के लिए बाजार पहुंच को बेहतर बनाना, सरकारी हस्तक्षेप को कम करना और निर्यात नियंत्रण में ढील देना ज़रूरी है। उन्होंने ली कियांग से मुलाक़ात में इन मांगों को दोहराया।

जलवायु परिवर्तन पर साझा सहमति

सकारात्मक संकेत के तौर पर, यूरोपीय संघ और चीन ने जलवायु परिवर्तन पर एक साझा बयान जारी किया। दोनों पक्षों ने हरित तकनीक, कार्बन नियंत्रण और ऊर्जा रूपांतरण में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।

दुर्लभ खनिजों की आपूर्ति पर भी बनी सहमति

चीन के दुर्लभ मृदा निर्यात नियंत्रण से यूरोपीय उत्पादन प्रभावित हुआ था। अब दोनों पक्षों ने इन कच्चे माल की सप्लाई को सुरक्षित बनाने के लिए नई व्यवस्था पर सहमति जताई है।

चीन ने प्रतिबंधों का किया बचाव

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके निर्यात नियंत्रण "अंतरराष्ट्रीय मानकों" के अनुरूप हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि वे अन्य देशों के साथ संवाद और सहयोग बढ़ाने को तैयार हैं।

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